Edited By Deepak Paul, Updated: 21 Jul, 2018 01:01 PM
बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। वहीं जब लोग विभाग के पास अपनी समस्या के समाधान को लेकर आते हैं तो अधिकारी उन्हें गंभीरता से नहीं लेते। एनआईटी 3 निवासी चुन्नी लाल को बिजली विभाग ने 80 लाख रुपये का बिजली...
फरीदाबाद(ब्यूरो ) बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। वहीं जब लोग विभाग के पास अपनी समस्या के समाधान को लेकर आते हैं तो अधिकारी उन्हें गंभीरता से नहीं लेते। एनआईटी 3 निवासी चुन्नी लाल को बिजली विभाग ने 80 लाख रुपये का बिजली बिल थमा दिया। जिसे देखकर वह हैरान रह गए। परिवार के सदस्य कविता ने बताया कि बिल ठीक करवाने के लिए कई दिनों से चक्कर काट रहे है लेकिन विभाग में उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बिल भरने की अंतिम डेट भी निकल चुकी है। ऐसे में लेट बिल पर लगने वाली पैनल्टी को लेकर परेशान है।
कविता तनेजा ने बताया कि वह एनआईटी तीन में अपने नाना, नानी के साथ रहती हैं। 50 गज का मकान है। घर में दो पंखे एक टीवी और ट्यूब लाइट्स लगी हुई है। हर माह 2 से 3 हजार रुपये का बिल आता है। लेकिन 30 जुलाई को विभाग की ओर से उन्हें 80 लाख रुपये का बिल भेज दिया गया। बिल भरने की अंतिम डेट 17 जुलाई थी। समय पर बिल न भरने पर 3 पर्सेंट सरचार्ज के रुप में पैनल्टी भरनी होगी। बिल को ठीक करवाने के लिए बिजली विभाग के ऑफिस गई तो वहां कोई सुनवाई नहीं हुई। इस मामले में एनआईटी चार सबडिवीजन एसडीओ रणवीर सिंह ने बताया कि बिल जनरेट करना और डिस्ट्रीब्यूशन का कार्य प्राइवेट एजैंसी देख रही है। एक साथ हजारों की संख्या में बिल निकले पर कई बार मिसप्रिंटिंग के चलते ऐसी गलती हो जाती है। उपभोक्ता से वाट्सएप पर बिल मंगा कर उसे तुरंत ठीक करवाया दिया गया। विभाग का प्रयास उपभोक्ताओं को सुविधा उपलब्ध करवाना है।