Edited By Deepak Paul, Updated: 18 Jul, 2018 12:57 PM
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर फरीदाबाद समेत देशभर के ट्रेन चालक (लोको पायलेट), सहायक पायलट व गार्ड मंगलवार से 48 घंटे की भूख हड़ताल पर चले गए। गार्ड-ड्राइवर क्रू लॉबी में यह हड़ताल सुबह 9 बजे से शुरू हो गई। ट्रेन ड्यूटी में जाने वाला रनिंग स्टाफ ने...
फरीदाबाद(ब्यूरो): अपनी विभिन्न मांगों को लेकर फरीदाबाद समेत देशभर के ट्रेन चालक (लोको पायलेट), सहायक पायलट व गार्ड मंगलवार से 48 घंटे की भूख हड़ताल पर चले गए। गार्ड-ड्राइवर क्रू लॉबी में यह हड़ताल सुबह 9 बजे से शुरू हो गई। ट्रेन ड्यूटी में जाने वाला रनिंग स्टाफ ने भूखे रहकर ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। हड़ताल के दौरान नॉर्दन रेलवे में नई दिल्ली और फरीदाबाद सर्किल के सभी लॉबी कार्यालयों पर लगातार धरना और विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा।
सूत्रों के अनुसार आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (अलारसा) के बैनर तले यह आंदोलन 19 जुलाई तक चलेगा। भारतीय रेलवे में लगभग साढ़े सत्रह लाख लोको पायलट व सहायक लोको पायलट और गार्ड हैं, ये सभी स्टाफ भूखे रहकर काम कर रहे हैं, इस आंदोलन में दिल्ली रेल मण्डल के तकरीबन 3 हजार से ४यादा कर्मचारी इसमें आंदोलन में बढ़-चढ़कर शामिल हैं। आंदोलित लोको पायलट, सहायक व गार्ड केंद्र सरकार व रेल मंत्रालय से खफा हैं, उनकी कई लंबित मांगें पिछले कई सालों से पूरी नहीं की जा रही है।
जिससे आक्रोशित होकर केंद्र सरकार का ध्यान अपनी मांगों की ओर आकृष्ट कराने के लिए भूखे रहने का निर्णय लिया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि माइलेज रेट तय करने की मांग पिछले ढ़ाई साल से की जा रही है। सात साल पहले राष्ट्रपति ने अनुशंसा की थी कि तीन महीने में मांगों पर निर्णय के लिए नेशनल इंडस्ट्रीयल ट्रिब्यूनल बनाया जाए, लेकिन यह काम अभी तक नहीं किया जा सका है। इसको लेकर डीआरएम से रेलमंत्री को कई-कई बार ज्ञापन दिया जा चुका है।