Edited By Updated: 31 Mar, 2016 12:23 PM
अनूप कुमार आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। अपनी कड़ी मेहनत और दम पर उन्होंने दुनियाभर में नाम कमाया है। अनूप कुमार इंडियन कबड्डी टीम के कप्तान हैं
पलवल: अनूप कुमार आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। अपनी कड़ी मेहनत और दम पर उन्होंने दुनियाभर में नाम कमाया है। अनूप कुमार इंडियन कबड्डी टीम के कप्तान हैं और वे प्रो कब्बडी लीग सीजन-1 के स्टार प्लेयर्स में से एक हैं। उन्हें अर्जुन अवॉर्ड भी मिला है। एशियन गेम्स में जब 2010 और 2014 में भारत गोल्ड जीती थी, तो वो उस टीम के सदस्य भी थे। अनूप हरियाणा के एक छोटे से गांव पलड़ा के रहने वाले हैं।
अनूप ने बताया कि उन्हें में कबड्डी नहीं पंसद थी लेकिन स्कूल टाइम में इसमें रुचि बढ़ी। पिता और भाई को पंसद नहीं था कि मैं खेलूं लेकिन टाइम पास के लिए इसे जारी रखा और 17 साल की उम्र में इस खेल में इतनी रुचि बनी कि इसे करियर बना लिया और आज हर में मेरी पहचान ये देख खुशी होती है। पिता तो नहीं रहे लेकिन भाई मेरी इस प्रसिद्धी से काफी खुश है।
अनूप बताते हैं कि साल 2006 में उन्हें पहला इंटरनेशनल मैच खेलने का मौका मिला। यह मैच पाकिस्तान की टीम से था। इसमें उनकी टीम ने जीत हासिल कर भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद 2006 से अब तक वह इंडियन टीम में है और फिलहाल नेशनल कबड्डी टीम के कैप्टन हैं। अनूप ने अबतक 15 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इनमें अधिकतर पाकिस्तान की टीम के साथ ही हुए हैं। अनूप ने पहले एअर इंडिया में नौकरी की लेकिन वे अब हरियाणा पुलिस में डी.एस.पी. हैं।
ऐसी है अनूप की डाइट
अनूप ने कहा कि उन्हें घर का बना खाना ही खाते हैं। दही, दूध और मक्खन के साथ बादाम भी उनकी डाइट का हिस्सा है क्योंकि इन सब चीजों से उन्हें ताकत मिलती है। अनूप अच्छी परफॉर्मेंस के लिए दिन में कई बार प्रैक्टिस करते हैं। अनूप ने बताया कि अपने जीवन में कभी भी उन्होंने सप्लिमेंट्स नहीं लिए हैं।