Edited By vinod kumar, Updated: 18 Jan, 2020 04:34 PM
जल्द ही ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल की क्षमता बढ़ेगी। इसके लिए एनआर्ईटी-3 स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल परिसर में 250 बेड का एक और अस्पताल बनाए जाने का प्रस्ताव प्रबंधन ने कॉरपोरेशन मुख्यालय भिजवाया है। ताकि मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के...
फरीदाबाद(ब्यूरो): जल्द ही ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल की क्षमता बढ़ेगी। इसके लिए एनआर्ईटी-3 स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल परिसर में 250 बेड का एक और अस्पताल बनाए जाने का प्रस्ताव प्रबंधन ने कॉरपोरेशन मुख्यालय भिजवाया है। ताकि मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के छात्रों को पीजी कोर्स करने और डीएनबी कोर्सेज की तैयारी के लिए संसाधन मुहैया हो सकें।
वर्तमान में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज की क्षमता 510 बेड हैं। लेकिन यहां 100 सीटों पर एमबीबीएस विद्यार्थी अध्ययनरत हैं भविष्य की योजना को देखते हुए और अस्पताल की 50 सीटें बढ़ाए जाने पर संसाधनों की कमी को पूरा करने के लिए प्रबंधन ने एक और 250 बेड के अस्पताल बनाए जाने के प्रस्ताव तैयार किए हैं। अधिकारियों की माने तो ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल बन जाएगा। क्योंकि यहां पहले ही 510 बेड और 250 बेड के अस्पताल बनने के बाद यहां की क्षमता बढ़कर 760 तक हो जाएगी।
इससे कर्मचारी राज्य बीमा निगम से जुड़े जिले के करीब साढ़े 6 लाख बीमा धारकों को फ ायदा होगा और उन्हें उपचार के लिए कहीं परेशान नहीं होना पड़ेगा। कॉलेज में एमबीबीएस सीट बढऩे के साथ ही पीजी और डीएनबी के कोर्स भी शुरू किए जाएंगे। नए सत्र से इसके लिए भी दाखिले शुरू होंगे। अधिकारियों के अनुसार आने वाले छात्रों को पढऩे में दिक्कत न हो और शिक्षा के साथ उचित ट्रेनिंग मिल सके। इसलिए 250 बेड के एक और अस्पताल की जरूरत पड़ी है। इसलिए इसे बनाने के लिए प्रस्ताव बनाकर मंजूरी के लिए मुख्यालय भेजा है।
डॉ. अनिल पांडे, (डिप्टी डीन), ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ने कहा कि नए शैक्षणिक सत्र में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की सीटे बढ़ाने के साथ कॉलेज में पीजी और डीएनबी कॉर्स शुरू किए जाएंगे। ईएसआईसी मुख्यालय को 250 बेड के एक और अस्पताल के प्रस्ताव भिजवाएं गए हैं। मंजूरी मिली तो ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज की बढ़ जाएगी क्षमता।