Edited By Deepak Paul, Updated: 13 Dec, 2018 12:55 PM
शहर के विभिन्न हिस्सों में पिछले कई माह से बंदरों का उत्पात लगातार बढ़ता जा रहा हैं। आलम ये है कि लोग अपने घरों में भी चैन से नहीं रह सकते। वानर सेना से भयभीत अधिक
चरखी दादरी(पंकेस): शहर के विभिन्न हिस्सों में पिछले कई माह से बंदरों का उत्पात लगातार बढ़ता जा रहा हैं। आलम ये है कि लोग अपने घरों में भी चैन से नहीं रह सकते। वानर सेना से भयभीत अधिकतर लोग अपने घरों की छतों पर पिंजरानुमा जाल में रहने पर विवश हैं। स्थिति इस कदर खराब है कि छत पर टहलना तो दूर की बात, बालकनी में झांकने पर भी जान पर बन सकती है।
बंदरों की दिन-प्रतिदिन बढ़ती संख्या के कारण शहर के बाजारों में भी दुकानदारों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि नगर परिषद ने बंदरों पकड़ो अभियान के लिए कई बाद टैंडर भी लगाए हैं लेकिन कोई भी ठेकेदार बंदर पकडऩे का जिम्मा नहीं ले रहा। ऐसे में शहरवासियों को वानर सेना के आतंक से निजात मिलना काफी मुश्किलों भरा लग रहा है। न.प. व प्रशासन की उदासीनता लोगों के जी का जंजाल बनी हुई हैं। वे बंदरों के खौफ से हमेशा भयभीत रहने लगे हैं।
शहर की कालोनियों के अलावा बाजारों में भी पिछले काफी समय से वानर सेना सक्रिय हैं। यहां पलक झपते ही बंदरों के झुंड रहेड़ी से फू्रट व दुकानों से खाने-पीने का सामान उठा ले जाते हैं जिसके चलते दुकानदारों को परेशानियों से दो-चार होना पड़ रहा है। जब कोई बंदरों को भगाने का प्रयास करता हैं तो वानर सेना उस पर झपटकर घायल कर डालती है। यह कहना है नगर परिषद चेयरमैन का जब बंदरों पकड़ो अभियान के लिए नगर परिषद चेयरमैन संजय छपारिया से बात की गई, तो उन्होंने अपना तर्क देते हुए बताया कि वन्य प्राणी विभाग से अभी अनुमति नहीं मिली है। जैसे ही परमिशन मिलेगी बंदर पकड़ो अभियान शुरू करवा दिया जाएगा।