Edited By Isha, Updated: 20 Feb, 2020 10:08 AM
नगर परिषद चेयरमैन संजय छपारिया व कुछ पार्षदों के बीच बुधवार को जमकर कहासुनी हुई। जिसके बाद दोनों तरफ से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए गए। बुधवार को न.प. कार्यालय.....
भिवानी (पंकेस) : नगर परिषद चेयरमैन संजय छपारिया व कुछ पार्षदों के बीच बुधवार को जमकर कहासुनी हुई। जिसके बाद दोनों तरफ से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए गए। बुधवार को न.प. कार्यालय में शहरी विकास कार्यों को लेकर बजट बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक की सूचना न मिलने पर कुछ पार्षद भड़क उठे। वाइस चेयरमैन सहित अन्य वार्ड पार्षदों ने चैयरमैन के खिलाफ बैठक की सही सूचना न देने का विरोध जताया।
पार्षद आनंद सिंह महराणा, पार्षद ऊषा चौहान, वाइस चेयरमैन बबलू श्योराण ने नगर परिषद चेयरमैन पर शहर के विकास कार्यों को लेकर धांधली करने के संगीन आरोप भी लगाए। बैठक के दौरान नगर परिषद कार्यालय में पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और चेयरमैन के कार्यों को लेकर विरोध जताया। मामला इस हद तक पहुंच गया कि पुलिस ने आकर बीच बचाव किया।
बुधवार को नगर परिषद कार्यालय में चेयरमैन संजय छपारिया की अध्यक्षता में विकास कार्यों को लेकर आम बजट बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सभी पार्षदों को बुलाया गया। 11 से 12 बजे तक बजट बैठक बुलाई गई थी और 12 बजे के बाद आम बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें बजट को लेकर चर्चा की गई। वहीं बैठक के दौरान कुछ पार्षदों ने चेयरमैन व बैठक का विरोध जताया। पार्षदों ने चेयरमैन पर आरोप लगाया कि अपनी मनमानी कर कार्यों की समीक्षा करता है जबकि पार्षदों के हस्ताक्षर के बिना किसी भी बजट का एजैंडा तैयार नहीं किया जाता।
आरोप लगाया कि पार्षदों के हस्ताक्षर के कई एजैंडों को तैयार किया गया है जिनके बारे में उनके पास कोई सूचना तक नहीं है। वही वार्ड 19 पार्षद वीरेंद्र ने कहा कि कई बार आर.टी.आई. के माध्यम से बजट एजैंडों की समीक्षा मांगी गई थी लेकिन विभागीय अधिकारियों ने इसकी सूचना देना भी जरूरी नहीं समझा। चेयरमैन संजय छपारिया ने अपनी सफाई में कहा कि मीटिंग की समय पर सभी पार्षदों को सूचना दी गईं थी लेकिन कुछ पार्षद समय पर नहीं पहुंचे और देरी से आने पर वह किसी भी एजैंडे पर हस्ताक्षर करवाने में सक्षम नहीं है, पार्षदों ने बैठक में हंगामा शुरू कर दिया और बेबुनियादी आरोप लगाने लगे।
चेयरमैन ने कहा कि कुछ पार्षद बैठक के समापन के बाद पहुंचे और उन्हें हाजिरी रजिस्टर में हस्ताक्षर करने की जिद करने लगे। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि पार्षदों व उनके साथ आए अन्य व्यक्तियों द्वारा उनके खिलाफ अपशब्द व धमकी भरे शब्दों का प्रयोग किया गया। उन्होंने शिकायत के माध्यम से उन पर आवश्यक सख्त कार्रवाई करने का पुलिस से आवेदन किया है।