Edited By Manisha rana, Updated: 10 Apr, 2020 10:50 AM
गांव मानहेरू व संडवा के किसानों ने भयमुक्त होकर अपने अपने खेतों में जाना शुरू कर अपनी गेहूं की फसल के अलावा सरसों की फसल को निकालना...
भिवानी (ब्यूरो) : गांव मानहेरू व संडवा के किसानों ने भयमुक्त होकर अपने अपने खेतों में जाना शुरू कर अपनी गेहूं की फसल के अलावा सरसों की फसल को निकालना शुरू कर दिया है। वहीं, इन गांवों में बनाए पुलिस नाकों पर पुलिस के साथ गांव के लोगों को भी साथ लिया जा रहा है, ताकि कोई बाहरी व्यक्ति बिना किसी खास काम के इन गांवों में प्रवेश कर सके।
यहां बता दें कि जिला प्रशासन ने दिल्ली के मरकज से आए गांव मानहेरू के 3 और संडवा के एक व्यक्ति सहित जिले के 17 लोगों को लोहानी स्थित क्वारंटिंग फैसिलिटी सैंटर में भर्ती किया था। उनमें से विभाग ने पहले दिन पकड़े 8 लोगों के 3 अप्रैल को सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए भेजा तो 4 अप्रैल को उनमें से एक मानहेरू और एक संडवा वाला व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव मिला था।
प्रशासन ने दोनों गांवों को कर दिया सील
इसकी सूचना मिलने पर जिला प्रशासन ने उसी दिन इन दोनों गांवों को सील कर दिया। इसके अलावा प्रशासन ने इन गांवों के लोगों पर नजर रखने के लिए 50-50 मकानों पर स्वास्थ्य विभाग की एक-एक टीम नियुक्त कर पुलिस द्वारा इन गांवों के एंट्री प्वाइंटों को सील कर दिया। इसके बाद विभाग ने इन दोनों गांवों में सैनिटाइजर का छिड़काव कर खासकर उन गलियों के लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की, जिन गलियों में ये पॉजीटिव मरीज रहते थे।
अब खेतों में जाने लगे किसान
हालांकि शुरू के 2-3 दिन में इन गांवों के कुछेक लोगों में भय का माहौल था, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह सामान्य होने लगी है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बुधवार से इन दोनों गांवों के किसानों ने अपने खेतों में जाना शुरू करते हुए अपनी फसल कटाई और काई का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए किसान सुबह से ही अपने खेतों का रूख कर रहे हैं और पूरा दिन खेतों में ही बिताते हैं। इसके बाद शाम होने पर किसान अपने घरों को वापस आ रहे हैं। मगर इस दौरान उन्हें पुलिस नाकों पर खड़े पुलिस के साथ खड़े गांव के लोगों से यह पहचान कराई जाती है कि उनके खेत उस दिशा में हैं या नहीं।
यह बोले गांव के लोग
इस बारे में मानहेरू निवासी प्रदीप और संडवा निवासी विरेंद्र ने अपने-अपने गांवों के हालात वीरवार को पूरी तरह सामान्य बताएं। उन्होंने बताया कि उनके गांवों में इस समय किसी तरह का भय का माहौल नहीं है और गांव के किसानों ने अब अपने खेतों में जाना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि उनके गांवों में अब भी रोजाना स्वास्थ्य विभाग की टीमें रोजाना आ रही हैं और लोगों से उनका हालचाल पूछते हुए उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दे रही हैं।