Edited By kamal, Updated: 23 May, 2019 09:07 AM
नैशनल हाईवे 152 डी के लिए अधिगृहीत भूमि की मुआवजा राशि वृद्धि की मांग को लेकर करीब 3 माह से गांव रामनगर...
चरखी दादरी(पंकेस): नैशनल हाईवे 152 डी के लिए अधिगृहीत भूमि की मुआवजा राशि वृद्धि की मांग को लेकर करीब 3 माह से गांव रामनगर के समीप धरना दे रहे किसानों का धरना बुधवार को डी.सी. घेराव के लिए काले झंडे लेकर लघु सचिवालय कूच किया। किसानों ने मांगे पूरी न होने पर रोष प्रदर्शन करते हुए प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पैदल मार्च कर नारेबाजी करते हुए डी.सी. घेराव के लिए शहर की ओर आ रहे किसानों को गांव रामनगर से कुछ ही दूरी पर पुलिस ने रोक लिया।
इसके बाद किसानों ने सड़क किनारे अपना धरना शुरू दिया और डी.सी. को मौके पर बुलाने के लिए अड़े रहे। डी.सी. से किसान प्रतिनिधिमंडल की मोबाइल से बात होने के बाद धरनारत लोग वापस लौट गए।
बता दें कि 27 फरवरी से धरना दे रहे जिले के 17 गांवों के किसानों ने बुधवार को एकाएक रणनीति तैयार कर डी.सी. घेराव की योजना बनाई। किसानों ने हाथों में काले झंडे लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शहर की ओर कूच किया।
इसकी सूचना पुलिस को मिलते ही डी.एस.पी. रमेश कुमार, सदर थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह, सिटी थाना प्रभारी दलबीर सिंह भारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों को रोक दिया। किसानों ने बीच रास्ते में रोके जाने पर डी.सी. के खिलाफ नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया। ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार राजकुमार ने किसानों को समझानें का प्रयास किया लेकिन लम्बे समय से धरना दे रहे किसानों ने धरना स्थल लौटने से साफ मना करते हुए रोके गए स्थान पर सड़क किनारे धरना शुरु कर दिया।
प्रशासनिक अधिकारियों के बार बार लौटने के आग्रह के बावजूद भी किसान टस से मस नहीं हुए और जिला उपायुक्त को मौके पर बुलाने के लिए अड़े रहे। धरना संचालक विनोद मोड़ी ने कहा कि डी.सी. अजय सिंह तोमर के साथ किसान प्रतिनिधिमंडल 12 बार व सी.एम. मनोहर लाल के साथ कई बार बैठक आयोजित कर चुके हैं लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि 10 मई को उन्होंने दादरी आगमन पर अमित शाह के घेराव की योजना बनाई थी।
उपायुक्त ने उनसे घेराव न करने की अपील करते हुए सी.एम. के साथ 20 मई के आसपास बैठक आयोजित करवाकर समस्या के समाधान की बात कही थी। उन्होंने कहा कि अभी तक उपायुक्त ने उनको बैठक के बारे में किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी है। इस बारे में जानकारी लेने के लिए जब उनसे सम्पर्क किया जाता है तो वे उनसे बात ही नहीं कर रहे हैं जिसके कारण किसानों में रोष बना हुआ है।
किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती पीछे नहीं हटेंगे। किसानों ने कहा कि जब तक जिला उपायुक्त मौके पर नहीं आएंगे किसान इसी स्थान पर दिन रात धरना शुरु करेंगे। धरने में महिलाएं भी शामिल होंगी।