Edited By Deepak Paul, Updated: 20 Jan, 2019 10:29 AM
लावृष्टि से खराब हुई धान की फसलों का मुआवजा न मिलने से खफा हुए किसानों ने 20 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया था लेकिन न तो सरकार द्वारा अभी तक इस मामले में कोई पहल की गई है...
अम्बाला (गुलियानी): ओलावृष्टि से खराब हुई धान की फसलों का मुआवजा न मिलने से खफा हुए किसानों ने 20 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया था लेकिन न तो सरकार द्वारा अभी तक इस मामले में कोई पहल की गई है और न ही किसी प्रशासनिक अधिकारी ने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों से बातचीत करने की जहमत उठाई है।
स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि किसान अपना हक पाने के लिए पूर्व निर्धारित 22 जनवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। सरकार की बेरुखी को देखते हुए किसानों ने भी अबकी बार भाकियू के बैनर तले एकजुट होने का निर्णय लिया है। किसान नेता अमरजीत मौहड़ी की माने तो उन्होंने अब तक 70 से भी अधिक गांवों में जाकर किसानों से सम्पर्क किया है तथा उन्हें अपना हक लेने के लिए 22 जनवरी को शुरू किए जा रहे अनिश्चितकालीन धरने में शामिल होने का आह्वान किया है।
शनिवार को भी किसान नेताओं ने लगभग एक दर्जन से अधिक गांवों में जाकर किसानों से सम्पर्क किया तथा उन्हें किसानों द्वारा शुरू किए जाने वाले आंदोलन बारे बताया। ।