राहुल की रैली के बाद होगा प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन!

Edited By Deepak Paul, Updated: 18 Apr, 2018 12:00 PM

rahul s rally will be a change of leadership in the state congress

राहुल गांधी ने कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभालने के बाद कई राज्यों के अध्यक्ष बदलने का काम किया परंतु हरियाणा व कुछ राज्यों के अध्यक्षों का कार्यकाल बढ़ा दिया था। प्रदेश कांग्रेस में अंतर्कलह के चलते हुड्डा खेमा किसी भी सूरत में अशोक तंवर को अध्यक्ष के...

अम्बाला (ब्यूरो): राहुल गांधी ने कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभालने के बाद कई राज्यों के अध्यक्ष बदलने का काम किया परंतु हरियाणा व कुछ राज्यों के अध्यक्षों का कार्यकाल बढ़ा दिया था। प्रदेश कांग्रेस में अंतर्कलह के चलते हुड्डा खेमा किसी भी सूरत में अशोक तंवर को अध्यक्ष के रूप में देखना नहीं चाहता। हुड्डा समर्थकों की ओर से अध्यक्ष बदलने की मांग को देखते हुए राहुल गांधी की रैली के बाद प्रदेश अध्यक्ष बदलने के संकेत मिल रहे हैं। 

पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हुड्डा खेमे की ओर से प्रदेश अध्यक्ष बदलने के लिए पार्टी हाईकमान पर पूरा दबाव बनाया हुआ है। पूर्व सी.एम. के समर्थक चाहते हैं कि या तो हुड्डा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सौंपी जाए या फिर किसी और को। जनाधार के मामले में प्रदेश में हुड्डा कांग्रेस के निॢववाद रूप से नंबर-वन नेता माने जाते हैं लेकिन फिलहाल उनके सितारे गर्दिश में हैं। किसी समय पार्टी हाईकमान पर मजबूत पकड़ रखने वाले हुड्डा सी.बी.आई. की ओर से चार्जशीट दायर होने के बाद कमजोर पड़ते नजर आ रहे हैं। 

सी.बी.आई. कोर्ट की ओर से उन्हें सम्मन जारी किए हुए हैं। उनके सिर पर गिरफ्तारी की तलवार भी लटकी हुई है। पार्टी हाईकमान पर उनकी ढीली पकड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चार्जशीट दायर होने के बाद शीर्ष नेतृत्व ने कभी भी हुड्डा का खुलकर साथ नहीं दिया। पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेताओं ने भी हुड्डा का बचाव नहीं किया। इसके बावजूद हुड्डा ने प्रदेश में अपनी सक्रियता कम नहीं होने दी है। उन्होंने विरोधी खेमे से जुड़े कई लोगों को अपने खेमे में लाने में सफलता हासिल की है। 

हुड्डा खेमा अशोक तंवर को झेल नहीं पा रहा है। राहुल की रैली को लेकर कांग्रेसी एकजुट होकर तैयारी करने की बजाय अपने-अपने स्तर पर तैयारी कर रहे हैं। एक बार फिर रैली में प्रदेश के कांग्रेसियों की फूट पगडिय़ों के आधार पर देखी जा सकती है। तंवर और हुड्डा के समर्थक रैली में अपनी-अपनी भीड़ दिखाने के लिए पगडिय़ों के रंगों का सहारा ले सकते हैं। हालांकि पार्टी के प्रदेश प्रभारी कमलनाथ ने उन्हें ऐसा नहीं करने की सलाह दी हुई है। इस रैली में भीड़ जुटाने में हुड्डा, रणदीप सुरजेवाला और अशोक तंवर तीनों में होड़ रहेगी। सूत्रों के अनुसार प्रदेश कांग्रेस में बढ़ती गुटबाजी को खत्म करने के लिए पार्टी किसी ऐसे चेहरे को अध्यक्ष बना सकती है जो सभी को साथ लेकर चलने में सक्षम हो।

कुछ समय पूर्व कांग्रेस में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई का नाम सबसे आगे चल रहा है। कुलदीप बिश्नोई के पिता चौ. भजनलाल काफी समय तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे थे। उनके भाई चंद्रमोहन बिश्नोई ने काफी समय की चुप्पी के बाद फिर से राजनीतिक सक्रियता दिखाते हुए कांगे्रस के शीर्ष नेतृत्व से कुलदीप को अध्यक्ष बनाने की मांग करना शुरू कर दिया है। सूत्र बताते हैं कि कुलदीप खुद कई दिनों से राहुल गांधी के संपर्क में हैं। हुड्डा खेमे को भी कुलदीप से कोई गुरेज नहीं है। अगर प्रदेश अध्यक्ष बदला जाता है तो अशोक तंवर को केंद्रीय कार्यकारिणी में महत्वपूर्ण स्थान दिया जा सकता है। 

दूर हो चुकी हुड्डा से नाराजगी 
वर्ष 2004 के विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने चौ. भजनलाल के नेतृत्व में लड़े थे। चुनाव परिणाम आने के बाद माना जा रहा था कि भजनलाल को ही प्रदेश की कमान सौंपी जाएगी लेकिन ऐन मौके पर पार्टी हाईकमान ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सी.एम. घोषित कर दिया था। चौ. भजनलाल को खुश करने के लिए पार्टी ने चंद्रमोहन बिश्नोई को डिप्टी सी.एम. बना दिया था परंतु कुलदीप बिश्नोई को पार्टी हाईकमान का यह निर्णय रास नहीं आया था। 

वह पिता की उपेक्षा के चलते उस समय लगातार कांग्रेस हाईकमान और प्रदेश सरकार के खिलाफ बोलते रहे और बाद में हरियाणा जनहित कांग्रेस के नाम से पार्टी का गठन कर लिया था। काफी समय तक उनका हुड्डा से राजनीतिक विरोध चलता रहा लेकिन अब वह विरोध भी दूर हो चुका है। दोनों के बीच फिर से अच्छे संबंध बन चुके हैं जिस कारण हुड्डा भी चाहते हैं कि अगर वह अध्यक्ष नहीं बने तो कम से कम कुलदीप को ही अध्यक्ष बना दिया जाए।

कुलदीप बिश्नोई, नेता कांग्रेस
मैं पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कांग्रेस पार्टी के लिए काम कर रहा हूं। अध्यक्ष बनाने का अधिकार पार्टी सुप्रीमो के पास है। पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी सौंपेगी मैं उसे पूरी निष्ठा के साथ निभाने के लिए तैयार रहूंगा।

अशोक तंवर, प्रदेशाध्यक्ष कांग्रेस। 
प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने में मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी है। प्रदेश भर में कार्यकत्र्ताओं में उत्साह पैदा किया है। मुझे नहीं लगता कि अध्यक्ष बदलने जैसी कोई बात पार्टी में चल रही है। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!