Edited By Deepak Paul, Updated: 14 Feb, 2019 10:39 AM
आने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनावों में हरियाणा जन चेतना पार्टी का क्या रूख होगा यह अभी साफ नहीं है। पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा ने 11 फरवरी को अम्बाला शहर के एक मैरिज पैलेस में अपने जन्मदिन के मौके पर अपने समर्थकों को...
अम्बाला शहर(रीटा/सुमन): आने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनावों में हरियाणा जन चेतना पार्टी का क्या रूख होगा यह अभी साफ नहीं है। पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा ने 11 फरवरी को अम्बाला शहर के एक मैरिज पैलेस में अपने जन्मदिन के मौके पर अपने समर्थकों को बुलाया था जहां सबके लिए शादी जैसे लंच का इंतजाम किया गया था। उनके समर्थकों ने उनके हाथों से सवा किं्वटल का केक भी कटवाया था। उनके समर्थकों को उम्मीद थी कि पंडित जी आज बड़ा राजनीतिक खुलासा करेंगे कि आने वाले विधानसभा चुनावों में वह जनचेतना पार्टी से चुनाव लड़ेंगे या फिर किसी और दल का हाथ थामेंगे लेकिन पंडित जी ने अपने पत्ते नहीं खोले।
जब पत्रकारों से उनसे इस मामले में पूछा तो उन्होंने कहा कि उपयुक्त समय पर वह इस बारे में घोषणा करेंगे। लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के सुप्रीमो राज कुमार सैनी से हुई मुलाकात को भी हल्के में टाल गए। कहा जा रहा है कि सैनी ने शर्मा को बसपा-लोसुपा गठबंधन में शामिल होने का न्यौता दिया था। माना जा रहा है कि शर्मा के इस नए गठबंधन मे शामिल होने से दलित-पिछड़ा वर्ग व सवर्ण समाज का एक असरदार गठबंधन बन सकता है। विनोद शर्मा अम्बाला से 2 बार कांग्रेस के विधायक रहने के अलावा ब्राह्मण समाज मे भी अच्छी पकड़ रखते हैं। पिछले महीने उन्होंने पीपली (कुरुक्षेत्र) में राज्य स्तरीय ब्राह्मण सम्मेलन भी किया था, इसमें प्रदेशभर के ब्राह्मण नेताओं को बुलाया गया था।
हालांकि 2014 के विधानसभा चुनावों में उनकी जन चेतना पार्टी का एक भी प्रत्याशी नहीं जीत पाया था लेकिन करीब 2 दर्जन विधानसभा हलकों में उन्होंने अपना संगठन जरूर खड़ा कर लिया था जिसका फायदा उन्हें अब आने वाले चुनावों में मिलेगा। इन दिनों विनोद शर्मा के कांग्रेस में शामिल होने की भी खूब चर्चा है। हरियाणा कांग्रेस के नए प्रभारी गुलाम नवी आजाद उनके करीबी दोस्तों में हैं जबकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी उनके संबंध मधुर हैं। इतना तो तय है कि विनोद शर्मा एक बार फिर अम्बाला शहर से चुनावी मैदान में उतरेंगे, लेकिन यह अभी साफ नहीं है की वह किस निशान पर चुनाव लड़ेंगे।