Edited By Updated: 10 Mar, 2016 12:25 PM
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के गृह में भ्रूण जांच करने वालों पर स्वास्थ्य विभाग चाहकर भी पूरी तरह नकेल कस पाने में असमर्थ है।
अंबाला (रोजी बहल): स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के गृह में भ्रूण जांच करने वालों पर स्वास्थ्य विभाग चाहकर भी पूरी तरह नकेल कस पाने में असमर्थ है। बड़े अस्पतालों को तो छोड़िये छोटी-छोटी आशा वर्कर भी लिंग जांच करवाने का गौरखधंधा कर रही हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब एक फर्जी गभर्वती महिला के जाल में फंसी आशा वर्कर को अस्पताल से काबू किया गया। आशा वर्कर ने माना कि उससे गभर्वती महिला ने संपर्क किया था जिसका उसने बहल अस्पताल में 500 रुपए में साधारण अल्ट्रासॉउन्ड करवाया लेकिन लिंग जांच के नाम पर महिला से दस हजार ले लिए।
आरोपी आशा वर्कर की माने तो उसने अपनी बेटी की शादी के लालच में ये सब किया और उसने गभर्वती को ये बताना था कि उसकी कोख में लड़का है। उधर, बहल अस्पताल के संचालक ने भी मामले की जानकारी न होने का दावा किया और कहा कि आशा वर्कर सिर्फ गभर्वती को साधारण अल्ट्रासॉउन्ड के लिए लाइ थी जिसे उन्होंने कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद किया। रेड टीम के इंचार्ज डिप्टी सीएमओ की माने तो मामले में गलती आशा वर्कर की पाई गई है लिहाजा उसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जा रही है। गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में अंबाला की कई आशा वर्करों लिंग जांच के मामलों में फंस चुकी हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग ही उन पर पूरी तरह शिकंजा कसने में नाकाम साबित हो रहा है।