Edited By Deepak Paul, Updated: 20 Feb, 2019 01:47 PM
अम्बाला-दिल्ली नैशनल हाईवे पर एक ढाबे पर काम करने वाले 2 नाबालिग बच्चे रेलवे स्टेशन पहुंच गए। स्टेशन पर बिहार जाने वाली ट्रेन में सवार होने से पहले ही रेलवे चाइल्ड हैल्प डैस्क टीम ने दोनों को संरक्षण में लिया। पूछताछ में दोनों बच्चों के परिजनों की...
अम्बाला छावनी(हरिंद्र): अम्बाला-दिल्ली नैशनल हाईवे पर एक ढाबे पर काम करने वाले 2 नाबालिग बच्चे रेलवे स्टेशन पहुंच गए। स्टेशन पर बिहार जाने वाली ट्रेन में सवार होने से पहले ही रेलवे चाइल्ड हैल्प डैस्क टीम ने दोनों को संरक्षण में लिया। पूछताछ में दोनों बच्चों के परिजनों की जानकारी लेकर उन्हें सूचना दी गई। रेलवे चाइल्ड हैल्प डैस्क सदस्य सोनू शर्मा व काऊंसलर सुशीला ने बताया कि मंगलवार सुबह 2 बच्चे प्लेटफार्म 6-7 पर बैठे हुए थे। इस दौरान उन्हें एक यात्री ने बच्चों के संबंध में सूचना दी। सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन सदस्य मौके पर पहुंचे।
काऊंसलर ने बताया कि दोनों बच्चों की उम्र लगभग 9 व 15 साल है। वह 3-4 महीने से एक ढाबे पर काम कर रहे थे। ढाबा संचालक उन्हें पैसे नहीं देता था। इसलिए वह काम छोड़कर बिहार जाने के लिए स्टेशन पर आए थे। सूचना मिलते ही परिजन भी अम्बाला पहुंचे। कागजी कार्रवाई के बाद दोनों बच्चों को सही-सलामत परिजनों के हवाले कर दिया गया।