Edited By Updated: 29 Apr, 2016 03:42 PM
झज्जर के गोछी गांव में एक पत्थर दिल मां ने अपने 6 दिन के मासुम बेटे को पानी की टंकी में डूबा कर मार दिया।
रोहतक (दीपक भारद्वाज): झज्जर के गोछी गांव में एक पत्थर दिल मां ने अपने 6 दिन के मासुम बेटे को पानी की टंकी में डूबा कर मार दिया। मां नहीं चाहती थी कि सामाजिक रिति रिवाजों के चलते उसके मायके वालों पर आर्थिक बोझ पड़े।
मिली जानकारी के अनुसार, नरेश नाम के व्यक्ति के घर एक लड़के का जन्म हुआ था। घर में खुशियां मनाई जा रही थी, मंगल गीत गाए जा रहे थे, लेकिन 27 अप्रैल को अचानक इन खुशियों पर ग्रहण लग गया। जब अचानक 6 दिन का ये बच्चा गायब हो गया। सुचना पुलिस को दी गई। बेरी थाना की पुलिस नरेश के घर पहुंची और जांच पड़ताल की।
जांच पड़ताल के बाद बच्चे का शव एक ढकी हुई पानी की टंकी में देख सबके होश उड़ गए। इसी टंकी में पानी गर्म करने की क्वायल भी डाली गई थी। पहले तो पुलिस ये मान रही थी कि हो सकता है रंजिश की वजह से किसी ने घटना को अंजाम दिया हो, लेकिन जब बच्चे की मां कोमल से पुछताछ की तो इस बेरहम मां की करतूत का खुलासा हुआ।
एस.पी जश्नदीप सिंह रणधावा ने बताया कि कोमल ने पुछताछ में कबुल किया है कि सामाजिक परम्पराओं के अनुसार बच्चे के जन्म के बाद मायके वालों को कपड़े, खिलौने व अन्य सामान देना होता है, लेकिन उसके मायके वाले गरीब हैं और व 4 बहने हैं। इसलिए वह नहीं चाहती थी कि उसके पिता पर आर्थिक बोझ पड़े।
इसलिए उसने अपने इस बेटे की हत्या कर दी। मामले का पता चलने के बाद आरोपी मां के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसे अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उसे जेल भेज दिया है।
वहीं बच्चे के दादा रामकुमार का कहना है कि उसे नहीं पता कि किस तरह से ये घटना हुई और उनकी बहू के दिमाग को आखिर क्या हो गया, जो इस तरह की घटना को अंजाम दे दिया।