Edited By Updated: 28 Sep, 2016 09:52 AM
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आयकर विभाग द्वारा 18000 किसानों को नोटिस देना सरकार का दुर्भाग्यपूर्ण कदम है।
झज्जर (संजीत): कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आयकर विभाग द्वारा 18000 किसानों को नोटिस देना सरकार का दुर्भाग्यपूर्ण कदम है। दीपेंद्र गांव सिलाना में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने किसानों के खिलाफ एक कदम भी आगे बढ़ाया तो वह लोकतांत्रिक तरीके से इसका विरोध करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा देंगे। उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार को संसद के शीतकालीन सत्र में घेरने की भी बात कही।
सांसद ने कहा कि आजादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि सरकार पूंजीपतियों और जमाखोरों को छोड़ किसानों के घर में काला धन ढूंढने के लिए दमनकारी नीति पर चल रही है जबकि सच्चाई यह है कि 100 दिन में विदेशों से काला धन वापस लाने का वायदा करने वाली सरकार अब अपनी विफलताओं का ठीकरा किसान के सिर फोडऩा चाहती है। जहां पिछले 2 वर्षों में अडानी, अम्बानी जैसे पूंजीपतियों की सम्पत्ति में भारी इजाफा हुआ है, वहीं सरकार की कृपादृष्टि से रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण जैसों के भी अच्छे दिन आ गए और वे भी 50 सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल हो गए हैं। इस सरकार ने अपने 2 साल के कार्यकाल में करीब 42,000 लोगों की नौकरी छीन ली है।
इसी तरह हरियाणा में निवेश लाने के नाम पर बड़े-बड़े विदेशी दौरे और आयोजन करके जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा पानी की तरह बहाने के बावजूद मौजूदा भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रतिवर्ष औसत मात्र 9 परियोजनाएं, 335 करोड़ रुपए का निवेश हो सका जबकि पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार के कार्यकाल में प्रतिवर्ष औसतन 41 परियोजनाएं लगीं और हर साल 2581 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, साथ ही हर वर्ष 11,590 लोगों को रोजगार मिला।