कृषि मंत्री ने सुनीं लोगों की समस्याएं, अधिकरियों को दिए समाधान के निर्देश

Edited By Punjab Kesari, Updated: 05 Jan, 2018 12:54 PM

agriculture minister listened to problems of people

विकास सदन में कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने लोगों की व्यक्तिगत समस्याएं सुनीं। उनका समाधान करने के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। मौके पर उन्होंने कहा कि यह फोरम नागरिकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए बेहतर कार्य कर रहा है। इससे लोगों में...

रोहतक(ब्यूरो):विकास सदन में कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने लोगों की व्यक्तिगत समस्याएं सुनीं। उनका समाधान करने के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। मौके पर उन्होंने कहा कि यह फोरम नागरिकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए बेहतर कार्य कर रहा है। इससे लोगों में जागरूकता आई है। जागरुकता ही विकास का पैमाना होती है। इसके लिए परिवेदना समिति के सभी सरकारी सदस्य व अधिकारी बधाई के पात्र हैं। बैठक के माध्यम से लोगों का स्तर बढ़ा है। वह नियमित रूप से अपनी समस्याओं का निदान करवाने के लिए तत्पर रहते हैं।

बोहर निवासी ओमप्रकाश की शिकायत पर कृषि मंत्री ओ.पी. धनखड़ ने कहा कि जिन किसानों की भूमि में जलभराव की समस्या आ रही है। ऐसे किसानों को मछली पालन व्यवसाय अपनाकर सरकार द्वारा क्रियान्वित नीली क्रांति को बढ़ावा देना चाहिए। इस व्यवसाय में सबसिडी का लाभ भी किसानों को मिलेगा तथा किसानों की जमीन भी खराब होने से बचेगी। पशुपालन, मछली पालन जैसे व्यवसाय किसानों में आर्थिक रूप से सम्पन्नता लाएंगे।

उन्होंने रिठाल फौगाट गांव के लोगों की शिकायत पर कहा कि हम सभी जनता के सेवक हैं तथा जनता की समस्याओं का निदान करना हमारी प्राथमिकता है। इसलिए गांव में टूटी हुई पेयजल लाइन को जल्द दुरुस्त किया जाए। उन्होंने मोखरा गांव की कब्रिस्तान पर हुए अवैध कब्जे को छुड़वाने के निर्देश दिए। कृषि मंत्री के समक्ष बिजली, पानी, सड़कें, गलियों के अलावा पैंशन संबंधी शिकायतें भी रखी गई। उन्होंने इन शिकायतों का निपटारा करने के निर्देश दिए। सुनवाई के अंत में कृषिमंत्री ने आवाज देकर यह पूछा कि कोई शिकायतकर्ता सुनवाई के बगैर रह तो नहीं गया। इस प्रकार विकास सदन में पहुंचे सभी लोगों की कृषि मंत्री ने समस्याएं सुनीं। 

सिंचाई प्रणाली अपनाने के लिए किसान आए आगे
पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि इजराइल की तर्ज पर प्रदेश में सिंचाई प्रणाली अपनाने के लिए 14 पायलेट प्रोजैक्ट शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। इनमें से 4 पायलेट प्रोजैक्ट शुरू किए जा चुके हैं। आगामी मार्च तक अन्य भी शुरू कर दिए जाएंगे। इनके माध्यम से किसानों को हर खेत में बेहतर सिंचाई व्यवस्था मिलेगी तथा पानी की भी बचत होगी। आगामी वर्ष में 140 सिंचाई के प्रोजैक्ट लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था लेकिन भाजपा सरकार ने यह लक्ष्य कम मानते हुए पिछले सप्ताह मंत्रिमंडल की बैठक में 1400 प्रोजैक्ट लगाने का प्रस्ताव पास किया है। विदेशों की तरह यदि किसान 200 से 500 एकड़ तक का समूह बनाकर इस प्रणाली को शुरू करते हैं तो यह उनके लिए बहुत ही कारगर साबित होगी। 

इसके तहत आधा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। सभी तरह की तकनीकी उपकरण एवं अन्य सामग्री भी मुहैया करवाने का खर्च उठाया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसान के हित के मामले में वर्तमान सरकार से बेहतर कोई सरकार नहीं। भाजपा सरकार ने सदैव किसान हित को सर्वोपरि रखा। नलकूप बिजली कनैक्शन मुहैया करवाने के लिए बिजली बोर्ड द्वारा व्हाटसएप ग्रुप बनाने का सुझाव दिया गया। इसके माध्यम से किसानों में और भी जागरूकता आएगी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के रथ यात्रा के सवाल पर उन्होंने कहा कि रथ यात्रा भाजपा की देन है। भाजपा ने के.एल. आडवाणी के नेतृत्व में अन्य पार्टियों से पहले रथ यात्रा आरम्भ की थी। कांग्रेस सरकार भाजपा का अनुसरण कर रही है।

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