Edited By Punjab Kesari, Updated: 01 Feb, 2018 01:42 PM
दक्षिण हरियाणा के आम रेल बजट में भेदभाव होता नजर आ रहा है। दैनिक रेलयात्री महासंघ के प्रधान रामनिवास पाटौदा ने बताया कि पिछले रेल बजटों की घोषणाओं में आज तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। बीते 2011-12 रेल बजट में पूर्व रेलमंत्री ममता बनर्जी ने...
महेन्द्रगढ़(ब्यूरो): दक्षिण हरियाणा के आम रेल बजट में भेदभाव होता नजर आ रहा है। दैनिक रेलयात्री महासंघ के प्रधान रामनिवास पाटौदा ने बताया कि पिछले रेल बजटों की घोषणाओं में आज तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। बीते 2011-12 रेल बजट में पूर्व रेलमंत्री ममता बनर्जी ने दक्षिण हरियाणा को एक अहम रेल लाइन सर्वे की घोषणा की थी जो दादरी से वाया महेन्द्रगढ़ होती हुई अलवर राजस्थान के लिए निकलनी थी परंतु 6 वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी नई रेल लाइन का कोई सर्वे नहीं हुआ।
क्षेत्र के लोगों ने मांग की है कि जल्द से जल्द से दक्षिण हरियाणा के लिए नई रेल लाइन का सर्वे किया जाए ताकि क्षेत्र के लोगों को फायदा हो सके, वहीं विभाग को भी लाखों का राजस्व मिलेगा। देश में भाजपा सरकार बनने के बाद पहला रेल बजट में दक्षिण हरियाणा को रेवाड़ी से महेन्द्रगढ़ दोहरीकरण लाइन की घोषणा की थी वह घोषणा भी घोषणा बनकर रह गई। 2016-17 के रेल बजट में रेवाड़ी से महेन्द्रगढ़, हनुमानगढ़ रेल लाइन को बिजली लाइन बनाने की घोषणा की गई लेकिन आज तक इस रूट पर कोई कार्य नहीं किया गया है जिसको लेकर क्षेत्र के लोगों में भारी रोष व्याप्त है।
दैनिक रेलयात्री महासंघ, सामाजिक संगठनों व क्षेत्र की जनता ने कई बार ज्ञापन भेजकर रेलवे के अधिकारियों, रेलमंत्री, प्रधानमंत्री, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को रेवाडी, महेन्द्रगढ़, लुहारू, सादलपुर रूट पर नई ट्रेन चलाने, फेरे बढ़वाने व विस्तार के लिए अवगत करवाया परंतु समस्या ज्यों की त्यों बनी है। रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़ रेलखंड की उपेक्षा से रेलयात्री परेशान हैं।