Edited By Punjab Kesari, Updated: 10 Nov, 2017 02:43 PM
बावल के खेड़ामुरार निवासी एक व्यक्ति की 2 बार मौत दिखाकर 2 लोगों ने अलग-अलग साल में मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिए लेकिन विभाग के अधिकारियों ने उस पर गौर नहीं किया। एक मामले में मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र कोर्ट में लगाने पर न्यायाधीश ने इसकी जांच के...
रेवाड़ी(वधवा):बावल के खेड़ामुरार निवासी एक व्यक्ति की 2 बार मौत दिखाकर 2 लोगों ने अलग-अलग साल में मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिए लेकिन विभाग के अधिकारियों ने उस पर गौर नहीं किया। एक मामले में मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र कोर्ट में लगाने पर न्यायाधीश ने इसकी जांच के आदेश दिए तो मामले का खुलासा हो गया। बीती शाम बावल सी.एच.सी. के मैडीकल ऑफिसर ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है। जानकारी के अनुसार गांव खेड़ा मुरार निवासी बदलूराम की मौत हो गई थी। बदलूराम का गांव के ही यादराम व जगदीश के साथ जमीनी विवाद चल रहा था और यह मामला अदालत में लंबित था।
इस दौरान यादराम ने 1994 में बदलूराम की मृत्यु दिखा कर प्रमाण पत्र बनवा लिया। इधर, जगदीश ने भी वर्ष 2012 में बदलूराम की मृत्यु दिखाते हुए नया मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया। दोनों ही परिवार का मामला यहां की कोर्ट में विचाराधीन है। दोनों पक्षों की तरफ से बदलूराम के मृत्यु प्रमाण पत्र की कॉपी लगाई गई। कोर्ट को संदेह हुआ तो जांच के आदेश दिए गए। तत्पश्चात बावल सी.एच.सी. के मैडीकल ऑफिसर डा. जितेन्द्र ने आरोपी यादराम व जगदीश निवासी खेड़ा मुरार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करवा दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।