Edited By Punjab Kesari, Updated: 13 Nov, 2017 03:23 PM
25 अगस्त को राम रहीम की पेशी के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में हनीप्रीत को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान मामले की गहराई से जानने के लिए पुलिस डेरा सच्चा सौदा में सर्च अभियान चलाया था, जिसकी वीडियोग्राफी भी की गई थी। इसी वीडियोग्राफी को लेकर राम रहीम...
चण्डीगढ़: 25 अगस्त को राम रहीम की पेशी के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में हनीप्रीत को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान मामले की गहराई से जानने के लिए पुलिस डेरा सच्चा सौदा में सर्च अभियान चलाया था, जिसकी वीडियोग्राफी भी की गई थी। इसी वीडियोग्राफी को लेकर राम रहीम व हनीप्रीत की पैरवी करने वाले वकील एस के गर्ग नरवाना ने हाई कोर्ट से अपील की है कि, इस वीडियो ग्राफी को सार्वजनिक न किया जाए।
एसके गर्ग नरवाना का कहना है कि, राम रहीम को सजा होने वे हनीप्रीत के गिरफ्तार होने के समय से लेकर दोनों के खिलाफ गलत अफवाहें फैलाई जा रही हैं। ऐसे में यदि सेनेटाईजेशन वीडियो सार्वजनिक किया जाएगा तो इसका भी दुरुपयोग हो सकता है। उन्होंने बताया कि, फिलहाल हनीप्रीत जमानत के लिए हाईकोर्ट करने के विचार में नहीं है, वह पुलिस द्वारा कोर्ट में दायर किए जाने वाले चालान का इंतजार करेगी।
बता दें कि हनीप्रीत पर राम रहीम की पेशी के दौरान हिंसा भड़काने का आरोप साथ ही राम रहीम को पेशी पर ले जाते समय विदेश भेजने की साजिश का आरोप लगा है, जिस मामले में वह इस समय अंबाला जेल में रखी गई है।