Edited By Updated: 16 Jan, 2017 01:18 PM
सालों बाद बेटे को अपने कदमों पर चलते देख एक पिता के आंसू छलक पड़े। हम बात कर रहे हैं एक एेसे पिता की, जिसने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया।
पानीपत: सालों बाद बेटे को अपने कदमों पर चलते देख एक पिता के आंसू छलक पड़े। हम बात कर रहे हैं एक एेसे पिता की, जिसने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया। हुआ यूं कि हरियाणा में पानीपत जिले के सानौली गांव में 6 साल पहले घर के ऊपर से गुजर रही हाई टेंशन बिजली की लाइन से 3 साल का मासूम झुलस गया था। इस मासूम का नाम रमन बताया जा रहा है। करंट से उसके दोनों हाथ और एक पांव इतने ज्यादा जल गए थे कि उन्हें काटना पड़ा था। तब से वह दूसरों के सहारे स्कूल आता जाता था। लेकिन अब खुद के पैरों पर चल बहुत खुश है।
6 साल लड़ी कानूनी लड़ाई
पिता मनोज ने अपने बेटे रमन के करंट से झुलसने के बाद बिजली विभाग से छह साल तक कानूनी लड़ाई लड़ी। उन्होंने बेटे के इलाज के खर्च और मुआवजे की लड़ाई शुरू की। हाईकोर्ट की सिंगल बैंच ने रमन को 60 लाख रुपए का मुआवजा और 65 साल की उम्र तक किसी भी तरह की परेशानी आने पर इलाज कराने का निर्देश दिया। बिजली निगम फैसले के खिलाफ डबल बेंच गई, जहां मुआवजा 30 लाख रुपए कर दिया गया। फिर मनोज सुप्रीम कोर्ट गए, जहां सिंगल बैंच के फैसले को बहाल किया गया। 27 लाख खर्च करके रमन का इलाज करवाया गया।