Edited By Punjab Kesari, Updated: 03 Jan, 2018 01:48 PM
साइको किलर नरेश ने अलग-अलग इलाके के 6 लोगों को पहली जनवरी की रात बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। साइको किलर ने इस पूरी घटना को मात्र दो घंटे में अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि, ये साइको किलर नरेश पूर्व फौजी है और इसकी पत्नी के साथ इसका झगड़ा चल रहा...
पलवल: साइको किलर नरेश ने अलग-अलग इलाके के 6 लोगों को पहली जनवरी की रात बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। साइको किलर ने इस पूरी घटना को मात्र दो घंटे में अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि, ये साइको किलर नरेश पूर्व फौजी है और इसकी पत्नी के साथ इसका झगड़ा चल रहा था। रविवार की रात वह अपनी पत्नी से मिलने के लिए आदर्श नगर गया था, लेकिन पत्नी ने उससे मिलने के लिए मना कर दिया और दरवाजा तक नहीं खोला। इसी बात से खार खाया आरोपी नरेश गाली-गलौज करता हुआ वापस लौटा और जो भी उसके रास्ते में आया सबको मौत की नींद सुला दी।
आरोपी नरेश की हुई न्यूरो सर्जरी, आईसीयू में भर्ती
साईको किलर को कल फरीदाबाद के बीके अस्पताल से दिल्ली सफदरगंज अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां उसके सिर की देर रात को न्यूरो सर्जरी हुई है। अभी आरोपी नरेश आईसीयू में भर्ती है और उसकी हालत गंभीर है।
एनडीए का पेपर क्लियर कर हुआ था लेफ्टिनेंट भर्ती
नरेश ने एनडीए की परीक्षा क्लियर की और बतौर लेफ्टिनेंट पदभार संभाला। पुलिस के अनुसार सेना में भी नरेश का आला अधिकारियों से झगड़ा हुआ। उसने अधिकारी को थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद उसे मानसिक रुप से ठीक न होने के कारण मेडिकल ग्रांउड पर सेना से रिटायर कर दिया गया था।
सैनिक कोटे से फिर मिली हरियाणा सरकार में नौकरी
वह आर्मी कोटे से 2006 में हरियाणा में एडीएओ (सब डिविजनल एग्रीकल्चर ऑफिसर) के पद पर भर्ती हो गया। दो साल बाद उसने फिर परीक्षा क्लियर की और उसी विभाग में बतौर सब डिविजनल एग्रीकल्चर ऑफिसर नियुक्त हो गया।
हाल ही में साथी कर्मचारियों से हुआ था झगड़ा
पिछले डेढ़ साल से भिवानी में कार्यरत था। वारदात के कुछ दिन पहले 27 और 28 दिसंबर को भी दफ्तर के कर्मचारियों के साथ जबरदस्त झगड़ा हुआ था। कर्मचारियों ने बताया कि, नरेश 29 दिसंबर से दफ्तर में से अनुपस्थित था।
पुलिस वाले को मारा था थप्पड़, चल रहा है कोर्ट केस
नरेश धनखड़ का 2015 में एक पुलिसकर्मी के साथ भी झगड़ा हुआ था। उस पर पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करने और गाली देने के आरोप हैं। इस आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया, जिसके कारण विभाग ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। अब इस मामले में कोर्ट केस चल रहा है। सस्पेंड रहते हुए वह हिसार में कार्यरत रहा और अब नौकरी से बहाल हो गया है।
बोलता था फर्राटेदार इंग्लिश
नरेश के बड़े भाई चंद्रप्रकाश का कहना है कि नरेश शुरूआत से फर्राटेदार इंग्लिश बोलता था। दफ्तर में वह अंग्रेजी में बात करता था। लेकिन वह ज्यादा बात भी नहीं करता था।