Edited By Punjab Kesari, Updated: 28 Jul, 2017 03:57 PM
हरियाणा के अर्जुन अवार्डी भारतीय बॉक्सर मनोज कुमार आज नौकरी में भेदभाव को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचे।
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरनी):हरियाणा के अर्जुन अवार्डी भारतीय बॉक्सर मनोज कुमार आज नौकरी में भेदभाव को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचे। मनोज की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। मनोज कुमार ने अपनी याचिका में कहा है कि हरियाणा सरकार ने उसके साथ भेदभाव किया है। उसे खेल कोटे से डी.एस.पी. के पद पर नियुक्ति नहीं दी गई,जबकि उससे कम योग्यता और खेल में काफी कम प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को डी.एस.पी. बना दिया। लेकिन सरकार ने उसको केवल इंस्पेक्टर के पद की आफर दी, जिस कारण उन्होंने इस पद पर नियुक्ति लेने से इंकार कर दिया।
मनोज के कोच ने कोर्ट लिस्ट दी है, जिसमें बताया कि 12वीं पास 4 खिलाड़ियों को डी.एस.पी. बनाया गया है। मनोज 2010 कॉमन वेल्थ खेलो में स्वर्ण पदक विजेता है। वकील ने कहा कि खेल कोटे के तहत डी.एस.पी. पद पर नियुक्ति के लिए उन्होंने सीएम से लेकर पी.एम. तक गुहार लगाई थी परन्तु इस पर ध्यान नहीं दिया गया। सरकार ने मनमर्जी के नियम के तहत कुछ खिलाड़ियों को तो डी.एस.पी. बना दिया लेकिन उनसे बेहतर खेल व योग्यता रखने वालों को नजरअंदाज कर दिया। याची ने इस पूरे मामले की जांच भी करवाने का आग्रह किया है। याची का पक्ष सुनने के बाद हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार से पुछा कि जब इतने लोगों को खेल कोटे से डी.एस.पी. नियुक्त किया गया है तो मनोज के साथ भेदभाव क्यों। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को इस बाबत नोटिस जारी कर जवाब देने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 29 अगस्त को होगी।