Edited By Punjab Kesari, Updated: 18 Dec, 2017 12:50 PM
वार्ड-10 के अशोक कुमार व उसकी पुत्री का रिमांड शनिवार को सम्पन्न हो गया। पिता-पुत्री को शहर पुलिस यमुनानगर ने एक दिन के रिमांड पर लिया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद शहर यमुनानगर में लोगों की भीड़ लग गई। 2 महिलाओं ने तो इनके खिलाफ बयान भी दर्ज करवाए हैं।...
यमुनानगर(ब्यूरो): वार्ड-10 के अशोक कुमार व उसकी पुत्री का रिमांड शनिवार को सम्पन्न हो गया। पिता-पुत्री को शहर पुलिस यमुनानगर ने एक दिन के रिमांड पर लिया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद शहर यमुनानगर में लोगों की भीड़ लग गई। 2 महिलाओं ने तो इनके खिलाफ बयान भी दर्ज करवाए हैं। माना जा रहा है कि कुछ लोग और इनके खिलाफ शिकायत करने जा रहे हैं। जांच अधिकारी ने दोनों को कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उधर, सिटी एस.एच.ओ. डा. सुनील रावत ने बताया कि 2 महिलाओं ने इनके खिलाफ ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा दुष्कर्म और पैसे ऐंठने का बयान दर्ज करवाया है। वहीं सामाजिक तौर पर उन्हें बदनाम करने का भी आरोप है। उन्होंने बताया कि बयानों के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
लड़की की सगाई बताकर खिलाई थी मिठाई
महिला ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि अशोक कुमार का उनके घर आना-जाना है। उसका पति टी.बी. का मरीज है जिसका इलाज पी.जी.आई. चंडीगढ़ से चल रहा है। 3 माह पहले अशोक उनके घर पर आया। उस समय वह घर पर अकेली थी । बेहोशी की हालत में दोषी ने उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए और सी.डी. बना दी तथा उसे ब्लैकमेल करने लगा। आरोप है कि महिला के 12 वर्षीय देवर को भी अशोक ने ही अपहरण करवाया है। महिला की और से उसके ऊपर अवैध कार्यों में संलिप्त होने का भी आरोप लगाया है। उसने तो यहां तक भी कहा है कि वह कई मासूम लड़कियों की जिंदगी खराब कर चुका है।
हम ही नहीं और भी बचा लिए ब्लैकमेल होने से-पीड़ित परिवार
पीड़ित की सास ने सिटी एस.एच.ओ. डा. सुनील रावत से कहा कि शहर पुलिस ने उन्हें ही नहीं और लोगों को भी ब्लैकमेल होने से बचा लिया है। अब क्षेत्र में शांति का माहौल रहेगा। कुछ इसी तरह की संतुष्टि क्षेत्र के अन्य लोगों ने भी जाहिर की है। इन सबका का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई से वे संतुष्ट हैं।