Edited By Punjab Kesari, Updated: 16 Jan, 2018 03:39 PM
पंडित भगवत दयाल स्वास्थ्य संस्थान के इलाज और आरोप में चौली दामण का साथ हो चला है। सोमवार को बाल रोग विभाग के चिकित्सक पर गलत दवा देने व समय पर इलाज न करने पर 9 माह की बच्ची की मौत का मामला दर्ज करवाया गया। प्रदेश के एक मात्र पी.जी. स्वास्थ्य संस्थान...
रोहतक(ब्यूरो):पंडित भगवत दयाल स्वास्थ्य संस्थान के इलाज और आरोप में चौली दामण का साथ हो चला है। सोमवार को बाल रोग विभाग के चिकित्सक पर गलत दवा देने व समय पर इलाज न करने पर 9 माह की बच्ची की मौत का मामला दर्ज करवाया गया। प्रदेश के एक मात्र पी.जी. स्वास्थ्य संस्थान के दामण पर यह दाग कोई नई बात नहीं है, इस तरह के दर्जनों आरोप पी.जी.आई. पर लग चुके है। इसके बावजूद संस्थान के प्रहरी साख को लेकर चिंतित नहीं है। इलाज में कोताही व भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच प्रक्रिया चलते चिकित्सक के बहाल होने के मामला किसी से छिपा नहीं है, इसलिए इस तरह की घटनाओं की बढ़ौतरी आम बात है। लेकिन, इस बार आरोप जिले से महज 5 किलोमीटर दूर स्थित गांव बहुजमाल पुर निवासी एक फौजी परिवार ने लगाया है।
पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर आरोपी चिकित्सक के खिलाफ गैर ईरादतन हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।मिली जानकारी अनुसार राजेश पुत्र मान सिंह निवासी बहुअकबरपुर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका भाई अनिल कुमार आर्मी में नौकरी करता है। जिसकी शादी करीब 5 साल पहले हुई थी। अनिल की 2 लडकिया है। बडी लड़की अक्षिता जबकि छोटी लड़की अवनी है। जिसकी उम्र करीब 9 माह है। सोमवार सुबह अवनी को उलटिया लगने लगी। जिसके चलते उसे ईलाज के लिए पी.जी.आई.एम.एस. ले जाया गया। जहां पर करीब आधे घंटे तक किसी भी डाक्टर ने उसे नहीं सभाला।
फिर उसके बाद एक महिला डाक्टर आई जिसने बिना जांच किए दवाई दे दी। उसके बाद राजेश अपनी भतीजी को लेकर घर चला गया। जैसे ही राजेश व उसकी भतीजी बहु जमालपुर गांव के पास पहुंचे तो तो उसकी तबीयत फिर से खराब हो गई। कुछ ही देर के बाद अवनी को इलाज के लिए फिर से पी.जी.आई. लाए। लेकिन पहले की ही तरह फिर से किसी भी डाक्टर ने अवनी का इलाज नहीं किया और करीब आधे घंटे तक राजेश अपनी भतीजी अवनी को हाथ में ही लेकर खडा रहा लेकिन डाक्टरों ने उसे नहीं सभाला जिसके चलते अवनी की मौत हो गई। राजेश की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी है।