Edited By Punjab Kesari, Updated: 13 Jan, 2018 03:43 PM
ट्रेन की चपेट में आने से रेलवे के गैंग मैन की मौत से क्षुब्ध रेल कर्मियों ने होडल स्टेशन पर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंचे एडीईएम को देखकर उग्र हो उठे रेलकर्मियों ने उनके साथ हाथापाई शुरू कर दी। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने...
होडल(ब्यूरो):ट्रेन की चपेट में आने से रेलवे के गैंग मैन की मौत से क्षुब्ध रेल कर्मियों ने होडल स्टेशन पर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंचे एडीईएम को देखकर उग्र हो उठे रेलकर्मियों ने उनके साथ हाथापाई शुरू कर दी। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह उन्हें उग्र कर्मियों के चंगुल से छुड़ाकर जीआरपी थाने पहुंचाया। मिली जानकारी के अनुसार गांधी नगर कालोनी चौकाघाट बनारस निवासी 26 वर्षीय मनीष रेलवे में ट्रैकमैन के पद पर कार्यरत था। वीरवार रात उसकी ड्यूटी गेट नंबर 552 के पास लगी थी। रात लगभग अढाई बजे आसपास कर्मचारियों ने स्टेशन व जीआरपी पुलिस को सूचना दी कि मनीष की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई है। जीआरपी पुलिस ने अन्य ट्रैक कर्मचारियों की मदद से मनीष के शव को रेलवे स्टेशन पर पहुंचाया।
सूचना मिलते ही आसपास के अन्य कर्मचारी भी स्टेशन पर एकत्रित हो गए। कर्मचारियों ने मामले की सूचना अधिकारियों को भी दे दी। घटना के कई घंटे बाद जब रेलवे का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा तो कर्मचारियो में गुस्सा व्याप्त हो गया। कर्मचारियों ने रेलवे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शन कर रहे रेलकर्मियों का कहना था कि जहां दो कर्मचारियों को तैनात होना चाहिए था वहां एक ही कमचारी तैनात किया गया था।
उसके पास सुरक्षा के इंतजाम भी नहीं थे। बताया गया कि इस कर्मचारी ने 45 दिन पहले ही ड्यूटी ज्वाइन की थी और वह अंडरट्रैंड था। सुबह लगभग नौ बजे एडीईएन आगरा व एडीईएम मथुरा होडल स्टेशन पर पहुंचे। इसी दौरान गुस्साए कर्मचारियों ने उन्हें घेर लिया और मारपीट शुरू कर दी। वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने कडी मशक्कत के बाद एडीईएम को कर्मचारियों के चुंगल से छुडाया और जीआरपी चौकी के अंदर भेज दिया। पुलिस ने मृतक मनीष के परिजनों के बयान पर मामला दर्ज करके मनीष के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। इस मामले में डीईएन आगरा का कहना है कि मनीष की मौत ड्यूटी के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से हुई है। जो रेलवे का मुआवजा और नौकरी है वह उसके परिजनों को दे दी जाएगी। मृतक के परिजनों को शव सौंप दिया गया है।