Edited By Punjab Kesari, Updated: 24 Nov, 2017 03:36 PM
इसे प्रशासन का डंडा कहें या नगर परिषद की सख्ती की। इस बार परिषद दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानों के आगे अवैध कब्जों को लेकर सख्त मूड में नजर आ रही है। पिछले 5 दिनों से अवैध रूप से शहर की सड़कों पर बाजार में अवैध रूप से समान रखकर कब्जा करने वालों पर...
कैथल(गौरव):इसे प्रशासन का डंडा कहें या नगर परिषद की सख्ती । इस बार परिषद दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानों के आगे अवैध कब्जों को लेकर सख्त मूड में नजर आ रही है। पिछले 5 दिनों से अवैध रूप से शहर की सड़कों पर बाजार में अवैध रूप से समान रखकर कब्जा करने वालों पर परिषद कार्रवाई में जुटा है। वह अलग बात है कि उनके जाने बाद एक या दो दिन बाद पुन: वही स्थिति नजर आती है। हालांकि परिषद अधिकारियों का दावा है कि ऐसे कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ नगर परिषद ने शिकंजा कसने के लिए शहर की प्रमुख सड़कों व बाजारों में किए गए अवैध कब्जों को हटवाने के लिए कमर कस ली है।
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी डा. पवन थरेजा ने बताया कि अवैध कब्जा हटाओ अभियान पूरे जोर-शोर से जारी है। आज भी परिषद कर्मियों द्वारा चंदाना गेट, भगत सिंह चौक, रेलवे गेट आदि जगहों पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत चालान कटने के साथ लगातार 2 बार सड़क पर अवैध रूप से सामान पाए जाने पर सामान की कीमत के हिसाब से दोगुना जुर्माना भरना होगा और सामान वापस नहीं होगा। अगर जुर्माना नहीं भरा जाएगा तो सामान की बोली कर कीमत परिषद वसूलेगा।
अगर लगातार तीसरी बार भी कोई दुकानदार सड़क पर अवैध कब्जा करते हुए पकड़ा जाता है तो कोर्ट के माध्यम से जब्त सामान मिलेगा और कम से कम 11 हजार रुपए जुर्माना ठोका जाएगा। दुकानदारों से अपील है कि वे शहर को साफ व खुला रखने में सहयोग करें तथा अपनी स्वयं की मोटरसाइकिल भी दुकानों के आगे खड़ी न कर खुले स्थान में खड़ा करें ताकि यातायात प्रभावित न हो। यहां उल्लेख करना जरूरी है कि शहर की सड़कों व बाजारों में दुकानदारों ने दुकानों से कई फुट बाहर या आधी दुकानें सड़कों पर सजा रखी हैं जिसके चलते कई फुट चौड़ी सड़क सिमट कर रह गई है जिसका खमियाजा आम जनता को प्रतिदिन बाजारों में लगने वाले जाम के रूप में भुगतना पड़ रहा है।
अवैध कब्जों ने लगाया शहर की सुंदरता को ग्रहण
वैसे इस बात में कोई शक नहीं है कि शहर के प्रमुख बाजारों में अवैध कब्जों की भरमार न हो। जैसे तलाई बाजार, मेन बाजार, शास्त्री मार्कीट, भगत सिंह चौक, रेलवे गेट, पुराना बस स्टैंड, पार्क रोड, अम्बाला रोड सहित विभिन्न स्थानों व बाजारों में दुकानदारों ने अवैध कब्जे करने में कोई कसर नहीं छोड़ी हुई है। एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में दुकान का आधे से ज्यादा सामान सड़क पर सजाना दुकानदारों के लिए फैशन बन गया है। इस कब्जों के कारण अक्सर हादसे होना व दुकानदारों द्वारा राहगीरों व वाहन चालकों से झगडऩा आम बात हो गई है। अवैध कब्जों ने शहर की सड़कों व बाजारों की सुंदरता के साथ सड़कों की चौड़ाई को भी ग्रहण लगाने में कसर नहीं छोड़ी हुई है।