Edited By Punjab Kesari, Updated: 17 Dec, 2017 04:09 PM
मुख्यमंत्री की ओर से 5-सी पर दिए बयान पर वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु असहमत नजर आए। शनिवार को टिम्बर ट्रेल पहुंचे अभिमन्यु से जब इस मुद्दे पर सवाल किए तो वे असहमत नजर आए। कैप्टन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने किस संदर्भ में ये बयान दिए हैं उन्हें नहीं पता।...
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी): मुख्यमंत्री की ओर से 5-सी पर दिए बयान पर वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु असहमत नजर आए। शनिवार को टिम्बर ट्रेल पहुंचे अभिमन्यु से जब इस मुद्दे पर सवाल किए तो वे असहमत नजर आए। कैप्टन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने किस संदर्भ में ये बयान दिए हैं उन्हें नहीं पता। मुख्यमंत्री के बयानों से पल्ला झाड़ते हुए शासन व प्रशासन के नियमों के पालन का काम करते हैं। नियमों व कायदे कानून के दायरे में रहकर सभी को काम करना चाहिए। संवैधानिक संस्थाएं नैतिक नियंत्रण रखती हैं। सरकारी नियंत्रण सभी कानून के पालक होते हैं। ऐसी स्थिति में किसी भय की जरूरत नहीं होनी चाहिए।
कैप्टन ने कहा कि अफसरशाही बेलगाम शब्दावली से वह असहमत हैं। राजनीतिक नेतृत्व व प्रशासनिक अधिकारियों को मिलकर सामूहिक समदृष्टि से काम करना चाहिए। कैप्टन ने कहा कि राजनीतिक नेतृत्व को जो अधिकार दिए जाते हैं। उनका सतत इस्तेमाल होना चाहिए। अगर कोई काम में बाधा डालने की कोशिश करता है तो कार्रवाई करने का अधिकार राजनीतिक नेतृत्व को दिए जाते हैं। कैप्टन ने कहा कि सरकार विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए चिंतन कर रही है। सभी विकास कार्य नियमों व कानून के दायरे में करने चाहिए। संवैधानिक संस्थाओं को दायरे में रहकर काम करना चाहिए। कैप्टन ने कहा कि हमारा मकसद प्रदेश की वित्तीय स्थिति को सुधारना है। कैप्टन ने कहा कि विपक्ष ने आज तक डाइनिंग टेबल पर बैठकर फैसला लिया है। विपक्ष को सामूहिकता का ज्ञान नहीं है।