‘राजनीतिक नुक्सान’ ने बदलवाया हनीप्रीत का गिरफ्तारी स्थल

Edited By Punjab Kesari, Updated: 04 Oct, 2017 12:56 PM

hanipreet  s arrest site replaced by   political loss

हनीप्रीत के गिरफ्तारी स्थल को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है।

चंडीगढ़(रमनजीत सिंह):हनीप्रीत के गिरफ्तारी स्थल को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। गिरफ्तारी से चंद घंटे पहले दो टी.वी. चैनल्स पर इंटरव्यू में दिखाई गई हनीप्रीत को लेकर पहले हरियाणा पुलिस के अधिकारियों ने दावा किया कि वह पंजाब पुलिस के संरक्षण में है और हरियाणा पुलिस को नीचा दिखाने के लिए सारा ड्रामा किया जा रहा है, जबकि बाद में हरियाणा पुलिस इस बात से पलट गई।

उधर, पंजाब पुलिस की स्थिति स्पष्ट करने के लिए पंजाब सरकार के लोक संपर्क विभाग ने बयान जारी करके कहा कि हनीप्रीत की गिरफ्तारी में पंजाब पुलिस का कोई हाथ नहीं है और न ही वह पंजाब पुलिस के पास थी। सूत्रों का कहना है कि हनीप्रीत की टी.वी. चैनलों पर इंटरव्यू और उसको पंजाब पुलिस के जरिए कानूनी रूप से हरियाणा पुलिस को सौंपने की ‘स्क्रिप्ट’ पंजाब पुलिस के एक युवा व चर्चित आई.पी.एस. अधिकारी और एक वकील द्वारा लिखी गई थी। हालांकि स्क्रिप्ट का कुछ हिस्सा तो कामयाब रहा, लेकिन उसे हरियाणा पुलिस को सौंपने के मामले में गड़बड़ हो गई। इस गड़बड़ के पीछे राजनीतिक दबाव बताया जा रहा है।

वकील के जरिए मैनेज हुआ इंटरव्यू!
सूत्रों की मानें तो ‘वकील साहब’ के जरिए ही हनीप्रीत का इंटरव्यू मैनेज किया गया, ताकि अदालत में सरैंडर से पहले थोड़ा माकूल माहौल बन सके। लेकिन इंटरव्यू सामने आने के बाद हरियाणा पुलिस हरकत में आई और  इंटैलीजैंस इनपुट्स के आधार पर यह पता लगाया गया कि हनीप्रीत मोहाली के इलाके में है। इसके बाद हरियाणा पुलिस के अधिकारियों द्वारा पंजाब पुलिस से संपर्क साधा गया, लेकिन ‘हैंडओवर’ की बजाय ‘ट्रांजिट रिमांड’ पर देने की बात कही। हरियाणा पुलिस की किरकिरी को देखते हुए हरियाणा पुलिस अधिकारियों द्वारा सी.एम. स्तर पर सूचना सांझा की गई। पता चला है कि राजनीतिक और प्रशासनिक किरकिरी से बचाव के लिए हरियाणा सरकार द्वारा तत्काल केंद्रीय राजनेताओं तक पहुंच बनाई गई और यही राजनीतिक दबाव काम कर गया। पंजाब के सत्तासीन राजनेताओं को भी हनीप्रीत की पंजाब में ‘गिरफ्तारी’ राजनीतिक तौर पर नुकसानदायक लगी और उसके मुताबिक पंजाब पुलिस को बिना ‘क्रैडिट’ लिए ही हनीप्रीत हरियाणा पुलिस तक पहुंचाने को कह दिया गया।

यह कहना है पंजाब सरकार का
उधर, पंजाब सरकार ने उन खबरों का खंडन किया है जिनमें कहा जा रहा था कि हनीप्रीत इंसां पंजाब पुलिस की हिरासत में है या थी और उसको पंजाब सरकार की तरफ से हिफ़ाजत दी जा रही है। पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब सरकार की इस मामले में सिर्फ इतनी ही शमूलियत है कि हरियाणा पुलिस और अन्य जांच एजैंसियों को पंचकूला हिंसा मामले के हल के लिए पूरा साथ दे रही है। प्रवक्ता के मुताबिक हनीप्रीत का पंजाब पुलिस की गिरफ्त में होने का कोई सवाल ही नहीं उठता क्योंकि पंजाब में उसके खि़लाफ कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार खास तौर पर पुलिस और ख़ुफिया विभाग पड़ोसी सूबे हरियाणा को इस मामले संबंधी सिर्फ इनपुट्स ही दे रहा था। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसी भी कीमत पर हनीप्रीत जैसी वांछित अपराधी को बचाने की कोशिश नहीं कर सकती, जिसके विरुद्ध हरियाणा में मामले दर्ज हैं और उसे एक ‘वांटेड अपराधी’ घोषित किया गया है। पंजाब सरकार की तरफ से यह स्पष्टीकरण उस समय पर आया है जब मीडिया के एक हिस्से में ऐसीं रिपोर्टें आईं कि डेरा प्रमुख की गोद ली बेटी हनीप्रीत पंजाब पुलिस की हिरासत में है और भाजपा का एक प्रवक्ता कह रहा था कि पंजाब सरकार हनीप्रीत को हिफाजत दे रही थी।

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