Edited By Deepak Paul, Updated: 10 Feb, 2018 12:24 PM
जिले में बहुत कम लोगों को पता होगा कि सी.एम विंडो की तर्ज पर पी.एम. पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। इसके लिए....
करनाल(ब्यूरो): जिले में बहुत कम लोगों को पता होगा कि सी.एम विंडो की तर्ज पर पी.एम. पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। इसके लिए शिकायतकर्ता को पब्लिक ग्रीवांसेज पोर्टल पर यूजर आई.डी. बनाना होगा। इसके बाद अपनी शिकायत सीधे प्रधानमंत्री तक भेज सकते हैं। इस सुविधा का लाभ कोई भी व्यक्ति कहीं से बैठकर उठा सकता है। अगर जिले की बात करें तो अब तक करीब 31 लोगों ने अपनी शिकायतें पी.एम. तक पहुंचा चुके हैं। पी.एम. पोर्टल की मॉनिटरिंग प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग द्वारा की जा जाती है। यह पूरा सिस्टम सेंट्रलाइज है।
इसमें शिकायतकर्ता केंद्र एवं राज्य सरकार से संबंधित विभागों का विकल्प खुद चुन सकता है। केंद्रीयकृत लोक शिकायत निवारण और मॉनिटरिंग प्रणाली सी.पी.जी.आर.एम.एस. और लोक शिकायत निदेशालय डी.पी.जी. तथा प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के सहयोग से राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र एन.आई.सी. द्वारा विकसित एन.आई.सी.एन.ई.टी. पर ऑनलाइन वैब सक्षम प्रणाली है। सी.पी.जी.आर.एम.एस. वैब प्रौद्योगिकी आधारित प्लेटफार्म है जिसका प्रमुख उद्देश्य पीड़ित व्यक्तियों को कहीं से भी और कभी भी शिकायतें दर्ज करवाने, मंत्रालयों, विभागों, संगठनों को इनकी जांच करने, में मदद करता है।
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ऐसे बनानी होगी यूजर आई.डी.
सबसे पहले पीड़ित को गूगल पर जाकर पी.जी. पोर्टल डॉट जीवोवी डॉट इन लिखना होगा। इसके बाद सेंट्रलाइज पब्लिक ग्रीवांसेज रिड्रेस एंड मॉनिटरिंग सिस्टम का पेज खुलेगा। उसमें शिकायतकत्र्ता को अपनी यूजर आई.डी. बनानी होगी। यूजर आई.डी. में नाम, जेंडर, देश, राज्य, जिला, पिन कोड, पता, फोन नंबर और ई-मेल की जानकारी देनी होगी। पासवर्ड सिक्योरिटी कोड डालने के बाद यूजर आई.डी. पंजीकृत हो जाएगी। लॉगिन होने के बाद वन टाइम पासवर्ड मांगेगा। मोबाइल नंबर का सत्यापन होने के बाद ईमेल का भी सत्यापन होगी। इसके बाद शिकायतकत्र्ता अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज करवा सकता है।
केंद्र व राज्य संबंधित शिकायतों का मिलेगा विकल्प
शिकायकर्ता जब अपनी आई.डी. बनाकर बैबसाइट पर लॉगिन करेगा तो उसे अपनी शिकायत केंद्र व राज्य सरकार के मंत्रालयों व विभागों को चुनने का विकल्प भी है। शिकायतकर्ता संबंधित विभाग का विकल्प चुनकर अपनी शिकायत पोर्टल पर सबमिट कर सकता है। इस पोर्टल पर शिकायतकत्र्ता 4 एम.बी. से अधिक बड़ी फाइल अपलोड नहीं कर सकता। शिकायत पंजीकरण होने के बाद मोबाइल पर ही पंजीकरण नंबर मिलेगा। शिकायतकत्र्ता कभी भी शिकायत का स्टेट्स जान सकेगा।
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पी.एम पोर्टल पर अबतक आई है 31 शिकायतें
जिले के लोगों को अब तक पता नहीं है कि सी.एम. विंडो के अलावा भी वो पी.एम. पोर्टल पर अपनी शिकायत भेज सकते हैं। अब तक पी.एम. विंडो पर कुल 31 शिकायतें आई है। जिनमें से 29 शिकायतकत्र्ता की शिकायत का समाधान हो चुका है और दो का होना अभी बाकी है।