Edited By Punjab Kesari, Updated: 10 Nov, 2017 11:27 AM
बराह खुर्द गांव के पास गतरात बिरौली माइनर ओवरफ्लो होकर टूट गई। इससे लगभग 10 एकड़ से ज्यादा जमीन जलमग्न हो गई। इस जमीन के कुछ हिस्से पर किसानों ने गेहूं की बिजाई की हुई थी, जबकि कुछ में धान की फसल पड़ी हुई थी। माइनर टूटने की सूचना पाकर सिंचाई विभाग...
जींद:बराह खुर्द गांव के पास गतरात बिरौली माइनर ओवरफ्लो होकर टूट गई। इससे लगभग 10 एकड़ से ज्यादा जमीन जलमग्न हो गई। इस जमीन के कुछ हिस्से पर किसानों ने गेहूं की बिजाई की हुई थी, जबकि कुछ में धान की फसल पड़ी हुई थी। माइनर टूटने की सूचना पाकर सिंचाई विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और जे.सी.बी. की सहायता से कट को पाटने का काम किया। किसानों ने सिंचाई विभाग के कर्मचारियों पर जल्द सुध नहीं लेने का आरोप लगाया है।
जींद के बराह खुर्द गांव के पास से गुजर रही बिरौली माइनर ओवरफ्लो होकर टूट गई। इसका पानी विरेंद्र, रघबीर, सतबीर, राजेश तथा आस-पास के किसानों के खेतों में घुस गया। इसमें विरेंद्र की अढ़ाई एकड़ में कटी हुई धान की फसल, रघबीर तथा सतबीर की बीजी गई फसलें जलमग्न हो गईं। माइनर में कट होने का उस समय पता चला, जब रात को विरेंद्र फसल की रखवाली करने के लिए पहुंचा। किसानों ने रात को ही कट को पाटने की कोशिश की लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण कट लगातार चौड़ा होता चला गया। इसकी सूचना सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दी गई।
रात को सिंचाई विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी मौके पर तो पहुंचे लेकिन कट पाटने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। वीरवार सुबह एस.डी.ओ. सुरेश जेसीबी मशीन लेकर माइनर पर पहुंचे ओर कट को पाट दिया। किसान विरेंद्र, रघबीर, सतबीर, सुरेश ने आरोप लगाया कि सिंचाई विभाग की लापरवाही के कारण उनकी फसल खराब हो गई है। उन्होंने रात को ही माइनर में कट होने की सूचना दे दी थी। अधिकारी रात को मौके पर तो पहुंचे लेकिन कट को बंद करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए। इसके कारण उनकी फसलों को काफी नुक्सान हुआ है।