अब विपक्षियों के गढ़ में पैठ बढ़ा रहे हैं CM खट्टर

Edited By Updated: 13 Oct, 2016 09:36 AM

haryana hisar manohar lal khattar opposition sirsa

हरियाणा में भाजपा की सरकार बने लगभग 2 वर्ष होने के बाद पार्टी के विधायकों व कार्यकर्त्ताओं की अधिकारियों के सुनवाई

हिसार (संजय अरोड़ा): हरियाणा में भाजपा की सरकार बने लगभग 2 वर्ष होने के बाद पार्टी के विधायकों व कार्यकर्त्ताओं की अधिकारियों के सुनवाई न करने की शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री एक्शन मोड में आ गए हैं।

 

दूसरी ओर वे इन दिनों भाजपा की पैठ बढ़ाने के लिए विपक्षीदलों के गढ़ों में दस्तक दे रहे हैं। यही कारण है कि पिछले लगभग 2 महीनों में मुख्यमंत्री उन क्षेत्रों में पगफेरा करते हुए पूरी तव्वजो दे रहे हैं जिन क्षेत्रों में पिछले लोकसभा व विधानसभा चुनावों में भाजपा को अपेक्षाकृत अच्छे परिणाम हासिल नहीं हुए थे। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर खुद तो इन क्षेत्रों पर फोकस करते हुए दौरे कर ही रहे हैं, साथ ही भाजपा को अगले चुनावों तक मजबूत बनाने के लिए इन्हीं इलाकों के नेताओं को सरकार में अधिक से अधिक प्रतिनिधत्व देने का भी प्रयास कर रहे हैं। 

 

गौरतलब है कि हिसार व सिरसा दो ऐसे संसदीय क्षेत्र हैं जहां पिछले दोनों चुनावों में भाजपा का सत्ता में आने के बावजूद कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा। मोदी लहर के चलते हरियाणा में सात संसदीय सीटें व 47 विधानसभा सीटें जीतने के बावजूद भाजपा को इन दोनों स्थानों से हार का मुंह देखना पड़ा था। इन दोनों संसदीय क्षेत्रों के तहत आने वाले 18 विधानसभा क्षेत्रों में से भाजपा महज 5 पर ही जीत दर्ज कर पाई और इनमें से भी हिसार में 4 व सिरसा संसदीय क्षेत्र में केवल टोहाना के रूप में 1 ही सीट आई। 

 

पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के गृहक्षेत्र सिरसा की पांच सीटों में से एक भी सीट हाथ नहीं आई। वहीं दूसरी ओर इनैलो ने हिसार व सिरसा दोनों संसदीय सीटें जीतने के साथ साथ 18 में से 11 विधानसभा सीटें जीतकर यह साबित कर दिया कि यहां उनकी पैठ मजबूत है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माने जाने वाले हिसार व सिरसा संसदीय क्षेत्रों में भाजपा का जनाधार मजबूत करने की कवायद के तहत ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इन क्षेत्रों को अपनी सरकार बनने के साथ ही अहमियत देनी शुरू कर दी थी। हिसार संसदीय क्षेत्र के नारनौंद से विधायक कैप्टन अभिमन्यु को जहां भारी भरकम महकमों के साथ कैबिनेट में तरजीह दी, वहीं हिसार से विधायक डा. कमल गुप्ता को मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। 

 

इसके अलावा इसी इलाके से संबंध रखने वाले चौ. बीरेंद्र सिंह को केंद्रीय मंत्रीमंडल में जगह दी तो वहीं हिसार के ही निवासी सुभाषचंद्रा को भाजपा ने राज्यसभा में एंट्री दिलवाई। कमोबेश यही स्थिति सिरसा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी रही। इसी क्षेत्र में आने वाले 9 विधानसभा क्षेत्रों में से केवल मात्र टोहाना सीट जीतने वाली भाजपा ने अपने एकमात्र विधायक सुभाष बराला को प्रदेश भाजपा की कमान ही सौंप दी तो वहीं रतिया विधानसभा सीट से पराजित हो चुकी सुनीता दुग्गल को चेयरपर्सन का पद सौंपा। 

 

सिरसा जिला से खाता न खुलने के बावजूद जगदीश चोपड़ा को मुख्यमंत्री का राजनीतिक सलाहकार नियुक्त करने के साथ साथ इस जिला से संबंध रखने वाले प्रो.गणेशीलाल को राष्ट्रीय राजनीतिक प्रतिनिधित्व के लिहाज से उन्हें संगठन में बतौर अनुशासन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष का महत्वपूर्ण पद सौंपा तो क्षेत्र के 3 नेताओं पवन बैनीवाल, रेणू शर्मा व गुरदेव सिंह राही को चेयरमैन बनाया गया। पर्यवेक्षकों का यह कहना है कि मुख्यमंत्री इन क्षेत्रों में आगमी लोकसभा व विधानसभा के चुनावों में भाजपा का आधार बढ़ाने के मद्देनजर जो प्रयास कर रहे हैं, उसके क्या परिणाम होंगे यह तो आगामी चुनाव में ही पता चलेगा। बहरहाल, मुख्यमंत्री इन क्षेत्रों में पूरी तरह ध्यान केंद्रीत किए हुए हैं। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!