Edited By Punjab Kesari, Updated: 18 Jul, 2017 02:27 PM
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए प्रदेश सरकार करोड़ों रुपए खर्च करती हैं, लेकिन...
अंबाला (कमलप्रीत):हरियाणा के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए प्रदेश सरकार करोड़ों रुपए खर्च करती हैं, लेकिन बावजूद उसके हरियाणा के सरकारी स्कूलों से आ रही बदहाली की तस्वीरें सरकार के शिक्षा में स्तर के सुधार के दावों की पोल खोलते हैं। ताजा मामला अंबाला के नारायणगढ़ के पास के गांव फतेहपुर का हैं, जहां राजकीय उच्च विद्यालय में बच्चों के मिड डे मील के आटे में कीड़े, गेंहू में जाले, बर्तनों में मेंढक।
कैमरे में कैद हुई ये तस्वीरें साफ बयान करती हैं कि जिस स्कूल प्रशासन के मजबूत कंधों पर देश के भविष्य को तराशने की जिम्मेवारी हो, वह कितना लापरवाह है। जब हमने उनसे इस बारे में पूछा तो उन्होंने बरसाती मौसम का हवाला देते हुए इस सबसे अपना पला झाड़ दिया और कैमरे में कैद हुई तस्वीरों को झुठला दिया।
इतना ही नहीं 9वीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चों को अगर अंग्रेजी की MBD और हिंदी की क,ख,ग न आए तो वहां का शिक्षा का स्तर क्या होगा ? हालांकि प्रिंसिपल साहब खुद भी मानते हैं कि स्कूल में कुछ ऐसे बच्चे हैं लेकिन बावजूद इसके वह अपनी पीठ थपथपाते नजर आए। अब ऐसे में भला देश का भविष्य कैसे उज्वल हो सकता है? इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं।