Edited By Updated: 23 Jan, 2017 01:57 PM
जेबकतरों के बारें में तो आपने बहुत सुना होगा, लेकिन 18-20 साल की जेब कतरीलड़कियों के बारें में शायद ही किसी ने कल्पना की हो।
यमुनानगर (सुमित ओबरॉय):जेबकतरों के बारें में तो आपने बहुत सुना होगा, लेकिन 18-20 साल की जेब कतरीलड़कियों के बारें में शायद ही किसी ने कल्पना की हो। यमुनानगर में आजकल ऐसा ही एक गैंग सक्रिय है, जिसमें युवकों के साथ-साथ युवतियां भी लोगों की जेबकाटती हुई सी.सी.टी.वी. कैमरों में कैद हुई है। यह युवतियां घर से तैयार होकर निकलती है और भीड़ मेंऐसे घुल-मिल जाती है कि इनपर शक तो क्या कोई यह सोच भी नहीं सकता कि यह लड़कियां पोकिटमार होंगी। 2 अलग-अलग मामलो में इस गैंग से जुड़े युवक औऱ युवतियां एक ही जगह पर 2 वारदातों को अंजाम देते कैमरों में कैद हो गए है, लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि चंद कदमों की दूरी पर स्थित हरियाणा पुलिसकी चौंकी में बैठे कानून के रखवालें न तो वारदात से पहले, और न ही वारदात के बाद हरकत में आए है।
प्रकाश ड्रग स्टोर के मालिक राजेश मित्तल की माने तो पहले उसकी शॉप पर सी.सी.टी.वी. कैमरें नहीं थे, लेकिन जब आए दिन उनकी दुकान पर खरीददारी करने वाले ग्राहकों की जेबे कटनी लगी तो उन्होंने सी.सी.टी.वी. कैमरे लगवाए।