Edited By Punjab Kesari, Updated: 19 Nov, 2017 05:36 PM
6 राज्यों में चलने वाली लंबे रुट की बसों को बंद करने के फैसले को वापिस नहीं लिया अौर कर्मचारियों की लंबित पड़़ी सभी मांगों को लागू नहीं किया तो 28 दिसंबर को पूरे प्रदेश में रोड़वेज का पूर्ण रूप से चक्का जाम होगा। इसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो...
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): 6 राज्यों में चलने वाली लंबे रुट की बसों को बंद करने के फैसले को वापिस नहीं लिया अौर कर्मचारियों की लंबित पड़़ी सभी मांगों को लागू नहीं किया तो 28 दिसंबर को पूरे प्रदेश में रोड़वेज का पूर्ण रूप से चक्का जाम होगा। इसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी। ये बात हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष हरिनारायण शर्मा व महासचिव बलवान सिंह दोदवा ने कही।
हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने रोडवेज का निजीकरण करने, कर्मचारियों की अनदेखी करने व कर्मचारियों का शोषण करने के विरोध में प्रदेशस्तरीय मीटिंग कर रोष जताया गया। हरियाणा रोडवेज जॉइंट एक्शन कमेटी ने कहा कि सरकार रोडवेज का निजीकरण करने जा रही है। जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी रोष है। बैठक में सरकार की जनता व कर्मचारी विरोधी नितियों पर खुलकर चर्चा हुई तथा सरकार को चेतावनी दी है कि जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
हरिनारायण शर्मा ने कहा कि सरकार ने अपनी नई परिवहन निति की घोषणा को वायदा करके रद्द नहीं किया, साथ ही जो मांगे मानी थी उन्हें पूरा नहीं किया गया।हरियाणा सरकार जनता व कर्मचारियों के साथ धोखा कर रही है। सरकार ने 3 साल में 3 हजार बसें रोडवेज के बड़े में जोड़ने की बात कही थी लेकिन अभी तक 3 सौ बसें नहीं आई। साथ ही अब सरकार साथ लगते 6 राज्यों में अपनी बस सेवा बंद करके प्रदेसवासियों को महंगा सफर करने पर मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाली 8 दिसंबर को प्रदेशस्तरीय कार्यकर्ताओं की मीटिंग भिवानी में की जाएगी अगर फिर भी सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो 28 दिसंबर को प्रदेश भर में एक दिवसीय चक्का जाम किया जाएगा।