Edited By Punjab Kesari, Updated: 09 Nov, 2017 06:29 PM
डेरा सच्चा सौदा में हथियारों के होने और हिंसा के बाद इन्हें ट्रकों से बाहर भेजने की बात पर हरियाणा सरकार पड़ रही हाईकोर्ट की फटकार पर सिरसा के एसपी ने बिगड़े हालात और सेना के देरी से पहुंचने की दुहाई दी। इस दौरान हालात का हवाला देते हुए बताया गया कि...
चंडीगढ़ (ब्यूरो): डेरा सच्चा सौदा में हथियारों के होने और हिंसा के बाद इन्हें ट्रकों से बाहर भेजने की बात पर हरियाणा सरकार पड़ रही हाईकोर्ट की फटकार पर सिरसा के एसपी ने बिगड़े हालात और सेना के देरी से पहुंचने की दुहाई दी। इस दौरान हालात का हवाला देते हुए बताया गया कि 25 से 29 अगस्त तक यदि कुछ बाहर गया हो तो उसकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। सरकार ने कहा कि डेरे के पिछले हिस्से में राजस्थान की बॉर्डर है और ऐसे में कई छोटे- बड़े रास्ते राजस्थान को निकलते हैं।
हाईकोर्ट ने कहा कि राजस्थान भी देश का हिस्सा है और हमारा पड़ोसी राज्य, यह कोई पाकिस्तान नहीं है जहां से मदद नहीं ली जा सकती थी। हाईकोर्ट का कहना है कि, उस दौरान यदि सख्ती नहीं की जाती तो हालात और बदतर हो सकते थे। लेकिन क्या यह संभव है कि 25 अगस्त के बाद डेरे से सामान आदि को बाहर जाने दिया गया हो। इस पर एसपी ने कहा कि 25 से 29 अगस्त तक हालात बहुत खराब थे और इस दौरान बड़े स्तर पर हिंसा हो रही थी। सरकार की मंशा थी कि डेरे को खाली करवाया जाए, हालांकि इसकी निगरानी की जा रही थी लेकिन उस दौरान इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि कुछ सामग्री डेरे से बाहर गई हो।
उन्होंने बताया कि डेरा 900 एकड़ में फैला है और इसके पीछे की ओर 10 गेट हैं। ऐसे में राजस्थान के रास्ते जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। लेकिन 29 अगस्त के बाद स्थिति काबू में आ गई। 4 से बढ़ाकर नाके 15 कर दिए गए। इस पर हाईकोर्ट ने एसपी को अगली सुनवाई पर हलफनामे के माध्यम से उस दौरान हुए पूरे घटनाक्रम का ब्योरा सौंपने के आदेश दिए।