Edited By Punjab Kesari, Updated: 27 May, 2017 07:33 PM
एक समय था जब नेता जनता के बीच जाकर घंटो बैठा करते थे और कार्यकर्ताओं के साथ सुख-दु:ख की बाते सांझा करते थे। पार्टी के ...
कुरुक्षेत्र (आयुष गुप्ता): एक समय था जब नेता जनता के बीच जाकर घंटो बैठा करते थे और कार्यकर्ताओं के साथ सुख-दु:ख की बाते सांझा करते थे। पार्टी के कार्यकर्ता को रीढ़ मानकर हर नेता अपने कार्यकर्ता का आदर करता था और हर कार्यकर्ता को नेता से मिलने के लिए समय दिया जाता था, परंतु जैसे-जैसे देश आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है, राजनीति में आने वाले नेताओं का रवैया भी बदलने लगा है।
अब कार्यकर्ता के लिए नेता जी से मिलना आसान नहीं रहा, जनता को नेता जी से मिलाना तो दूर बल्कि सुरक्षाकर्मियों उन्हें धक्के देकर दूर करने लगे है। ताजा मामला लाडवा का है, जहां पर आज पार्टी कार्यकर्ता कांग्रेस युवराज से मिलने के लिए तपती धूप में घंटो तक सड़क किनारे खड़े रहे। लेकिन नेता जी से मिलना तो दूर लोगों को उनकी झलक भी नसीब न हो सकी।
यूपी के सहारनपुर में दलित परिवारों के घायल लोगों से मिलने के लिए आज कांग्रेस राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जाना था, परंतु यू.पी. सरकार की तरफ से उन्हे हैलीकाप्टर की मंजूरी नहीं मिलने के कारण वह सडक़ मार्ग से सहारनपुर के लिए रवाना हुए। दिल्ली से वाया पिपली कांग्रेस युवराज वाहनों के काफिले के बीच सहारनपुर के लिए रवाना हुए। जिनका रास्ते में कईं स्थानों पर स्वागत करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तरफ से आयोजन किया गया।
राहुल गांधी के लाडवा से होकर जाने की सूचना मिलने के बाद सुबह 11 बजे से स्थानीय अंबेदकर चौक पर कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया। चिल-चिलाती धूप के बावजूद भी कार्यकर्ता घंटों तक सड़क किनारे अपने नेता के स्वागत में खडे रहे। लेकिन जैसे ही राहुल गांधी का काफिला अंबेदकर चौंक पर पहुंचा तो कार्यकर्ता उत्साह के साथ उनसे मिलने के लिए उमड़ पड़े। राहुल गांधी अपनी कार में ही बैठे रहे और बंद कार में से ही लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
जब कुछ कार्यकर्ताओं ने उनसे हाथ मिलाने या फोटो ङ्क्षखचवाने का प्रयास किया तो राहुल के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकडकर धक्का दे दिया। भीड़ ज्यादा देखकर वाहनों को तेजी से शहर के बीच से निकाला गया और कार्यकर्र्ता देखते रह गए। जिससे कार्यकत्र्ताओं में काफी मायूसी दिखी। राहुल के स्वागत के लिए लाडवा में मेवा सिंह, कैलाशो सैनी, पवन गर्ग, बिमला सरोहा, अनिल धंतौड़ी, विशाल सिंगला, लक्ष्मीकांत शर्मा, चौ. मेहरचंद, हरप्रीत सिंह चिम्मा, कुलविंद्र सिंह खैरा, कंवरदीप सैनी आदि नेता मौजूद रहे।