Edited By Punjab Kesari, Updated: 18 Dec, 2017 02:27 PM
शीत लहरों के बीच सर्द हुआ मौसम अब कहर बरपाने लगा है। प्रशासनिक अनदेखी के चलते खुले आसमान के नीचे रात बिताने वाले गरीबों के लिए ठंड जानलेवा साबित हो रही है। ठंड ने ही रविवार की रात करीब 65 वर्षीय एक व्यक्ति की जान ले ली। जो कूड़ा बीनकर अपने पेट पाल...
समालखा(अरविंद कुमार): शीत लहरों के बीच सर्द हुआ मौसम अब कहर बरपाने लगा है। प्रशासनिक अनदेखी के चलते खुले आसमान के नीचे रात बिताने वाले गरीबों के लिए ठंड जानलेवा साबित हो रही है। ठंड ने ही रविवार की रात करीब 65 वर्षीय एक व्यक्ति की जान ले ली। जो कूड़ा बीनकर अपने पेट पाल रहा था लेकिन रात में सिर छिपाने के लिए छत न होना उसकी जान ले गया। सोमवार को सुबह के समय शव को देखकर सूचना चौकी पुलिस को दी गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के सामान्य अस्पताल में भिजवा दिया गया।
एएसआई प्रमोद वर्मा ने बताया कि सोमवार को सुबह के समय उनको सूचना मिली की पुराना बस अड्डा पर फ्लाईओवर के नीचे किसी व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। उक्त सूचना पाकर वो मौके पर पहुंचे और मृतक की शिनाख्त की कोशिश की गई लेकिन किसी भी तरह का कोई कागजात या अन्य चीज न होने के कारण मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी। बताया जा रहा है कि मृतक कस्बा में ही कूड़ा बीनकर अपना पेट पाल रहा था और रात के समय इधर उधर ही सो जाता था। उन्होंने बताया कि प्राथमिक तौर पर मौत का कारण ठंड लग रहा है। बाकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही असलियत सामने आ पाएगी। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए पानीपत के सामान्य अस्पताल में भिजवा दिया गया है।
कस्बे में नहीं है रैन बसेरा
सर्द मौसम शुरू होते ही शीत लहरों के साथ ठंड अपना रंग दिखा रही है। इसी कड़ाके की ठंड के बीच बहुत से लोग खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर है। साठ हजार की आबादी वाले इस कस्बे में खुले आसमान के नीचे रात बिताने वाले लोगों के लिए प्रशासन ने रैन बसेरे तक की व्यवस्था नहीं की है। जिससे साफ जाहिर होता है कि प्रशासन लोगों की जान के प्रति कितना गंभीर है।