Edited By Punjab Kesari, Updated: 27 Sep, 2017 03:43 PM
गोचरान भूमि को मुक्त कराने को लेकर आमरण अनशन पर बैठे संत गोपालदास ने राष्ट्रपति को पत्र
रोहतक(ब्यूरो): गोचरान भूमि को मुक्त कराने को लेकर आमरण अनशन पर बैठे संत गोपालदास ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर अपील की है। उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और राज्यपाल को खून से पत्र लिखकर भेजा, जिसमें गोचारान भूमि की स्थिति व गो माता की दयनीय स्थिति के बारे में लिखा। इसके साथ ही संत ने धर्म गुरुओं से भी गायों की रक्षा करने की अपील की है।
वहीं संत ने गायों का हक मांगते हुए सुप्रीम कोर्ट का आदेश लागू करवाने की गुहार लगाई है। संत का कहना है कि पूर्वजों ने गोचारान भूमि दान स्वरूप दी थी, इसका कुल रकबा तीन करोड़ 32 लाख 50 हजार एकड़ है। जो लगातार घटती चली गई लेकिन मामला यहीं समाप्त नहीं होता। सरकार ने सरेआम सुप्रीम कोर्ट की अवमानना करते हुए बची-खुची जमीन को भी अन्य कार्यों में उपयोग कर लिया। इसमें स्कूल, खेल-स्टेडियम, बीपीएल के लिए घर बनवाए गए। इतना ही नहीं सरकार ने पूंजीपतियों को गोचारान भूमि भी ओने-पोने दामों पर बेच दी। संत ने कहा कि किसी सरकार को गाय का हक छिनने का अधिकार नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पीजीआईएमएस में भर्ती संत गोपालदास का स्वास्थ्य स्तर स्थिर बना हुआ है। संत के शरीर में किटोन लेवल बढ़ा हुआ है। इसके अलावा ब्लड शुगर लेवल में कभी कम तो कभी अधिक हो रहा है। इसके आलाव लंबे अनशन से संत के शरीर में रोग से लड़ने की क्षमता कम होती जा रही है।