Edited By Punjab Kesari, Updated: 29 Oct, 2017 03:13 PM
सोनीपत जेल में हुए करोड़ों के फर्जीवाड़ेडे ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। इस मामले में कल जेल मंत्री ने जल्द एसआईटी बनाकर जांच की बात कही थी। वहीं आज राई से कांग्रेसी विदायक जयतीर्थप्रैसवार्ता कर कहा कि यह बहुत बड़ा घोटाला है, इसकी जांच एसआईटी के...
सोनीपत(पवन राठी): सोनीपत जेल में हुए करोड़ों के फर्जीवाड़ेडे ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। इस मामले में कल जेल मंत्री ने जल्द एसआईटी बनाकर जांच की बात कही थी। वहीं आज राई से कांग्रेसी विदायक जयतीर्थप्रैसवार्ता कर कहा कि यह बहुत बड़ा घोटाला है, इसकी जांच एसआईटी के द्वारा नहीं बल्कि हाईकोर्ट के जज से होनी चाहिए। एसआईटी सरकार की है, अगर अधिकारियों पर जांच होती तो अब तक कार्रवाई हो जाती। वहीं जेल अधिकारियों ने कहा कि रिकार्ड को दीमक खा गई है। अगर हाईकोर्ट के जज इसकी जांच करेंगे तो कई अधिकारियों की मिलीभगत पाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि सोनीपत जेल में 2006 से 2012 तक बंदी रहे राजेंद्र नामक शख्स ने कहा कि जिला कारगार में बंदी कल्याण कैंटीन खोली गई है। इस कैंटीन में वेलफेयर के नाम पर बंदियों का आर्थिक शोषण हो रहा है। जेल प्रशासन बंदी कल्याण कैंटीन पर सरकार द्वारा बंदियों को मुफ्त दी जाने वाली वस्तुओं व खाद्य सामग्री को गैर कानूनी तरीके से बेचकर मोटा लाभ कमाता है। आरोप लगाया कि जेल प्रशासन बंदी कल्याण कैंटीन पर 100 रुपए का सामान बेचकर रिकार्ड में 10 रुपए बिक्री का स्टेटमेंट तैयार करता है। इस तरह से बंदियों को मुफ्त मुहैया करवाने वाली वस्तुओं को बंदी कल्याण कैंटीन पर 90 प्रतिशत गैर कानूनी बिक्री होती है। बंदी ने आरोप लगाया कि यह सब वर्ष 2006 से 2011 तक हुआ है।