Edited By Punjab Kesari, Updated: 17 Nov, 2017 04:32 PM
आज कौन सी जगह है जहां लड़कियां काम नहीं कर रही। साइकिल से लेकर लड़कियां हवाई जहाज तक उड़ा रही है। वहीं अलवर निवासी नीलम सैनी ने रेवाड़ी रेलवे जंक्शन पर असिस्टेंट लोको पायलट के पद पर ज्वाइन किया है। एशिया के सबसे बड़े जंक्शनों में से एक रहे रेवाड़ी...
रेवाड़ी(ब्यूरो): आज कौन सी जगह है जहां लड़कियां काम नहीं कर रही। साइकिल से लेकर लड़कियां हवाई जहाज तक उड़ा रही है। वहीं अलवर निवासी नीलम सैनी ने रेवाड़ी रेलवे जंक्शन पर असिस्टेंट लोको पायलट के पद पर ज्वाइन किया है। एशिया के सबसे बड़े जंक्शनों में से एक रहे रेवाड़ी जंक्शन से अब महिला लोको पायलट ट्रेन चलाती नजर आएंगी। अभी फिलहाल उन्हें क्रू मैनेजमेंट सिस्टम के तहत ड्यूटी दी गई है। शीघ्र ही वह ट्रेन चलाती नजर आएंगी। नीलम ने भर्ती होने के बाद महाराष्ट्र के भुसावल, गुजरात के बड़ोदरा, रतलाम एवं साबरमती में ट्रेनिंग ली। अब उन्होंने हाल में जयपुर मंडल के अधीन रेवाड़ी रेलवे जंक्शन पर ज्वाइन कर लिया है।
ट्रेन चलाने का था सपना
नीलम का कहना है कि उसका सपना ट्रेन चलाने का था जो अब पूरा हो रहा है। नीलम ने बताया कि बहुत कम लड़कियां लोको पायलट बनती है लेकिन उसकी इच्छा कुछ अलग करने की थी। जब वो ट्रेनिंग ले रही थो तो उन्हें उनके जैसी कई लड़कियां मिलीं।
परिजनों ने बढ़ाया हौसला
नीलम ने बताया कि परिजनों ने भी उनका पूरा सहयोग किया। उनके पिता ठेकेदार, माता सरकारी नौकरी में अौर बड़े भाई शिक्षक हैं। एक बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। वह घर में सबसे छोटी हैं लेकिन परिजनों ने उसके हौसलों को हमेशा उड़ान दी।