Edited By Punjab Kesari, Updated: 30 Mar, 2018 10:05 AM
कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने आज शिक्षा पर मंडराते खतरे को लेकर मोदी सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि देश के करोड़ों युवा बेरोजगार और सड़कों पर है लेकिन मोदी सरकार उनकी परवाह किए बगैर हमारे संस्थानों को एक-एक करके खत्म...
सिरसा(ब्यूरो): कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने आज शिक्षा पर मंडराते खतरे को लेकर मोदी सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि देश के करोड़ों युवा बेरोजगार और सड़कों पर है लेकिन मोदी सरकार उनकी परवाह किए बगैर हमारे संस्थानों को एक-एक करके खत्म करती जा रही है।
अब तो ऐसा लगता है कि मोदी सरकार ने संस्थानों को बर्बाद करने में पीएच.डी. कर ली है। सबसे पहले मध्यप्रदेश में व्यापम वायरस फैलाया गया। उसके बाद उन्होंने एस.एस.सी. घोटाले के साथ यही पेटेंटेड वायरस पूरे देश में फैला दिया। यहां तक कि उन्होंने विद्यार्थियों को भी नहीं बख्शा। लगता है एग्जाम माफिया को बढ़ावा देना भाजपा की नीतियों की पहचान बन गया है।
सुर्जेवाला ने कहा कि चौंकाने वाली बात है कि भारत के 24 लाख विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में है। क्योंकि मोदी सरकार ने आधिकारिक रूप से स्वीकार कर लिया है कि सी.बी.एस.ई. के 2 पेपर यानि कक्षा 12 का अर्थशास्त्र परीक्षा का पेपर 26 मार्च को और कक्षा 10वीं बोर्ड का गणित का पेपर 28 मार्च को परीक्षा से एक घंटे पहले ही लीक हो गया था।
यह तो कुछ भी नहीं सोशल मीडिया और कुछ अन्य समाचार माध्यमों पर तो बायलोजी, कैमिस्ट्री और इंगलिश के पेपर लीक होने के भी कई समाचार आ चुके है। रणदीप सुर्जेवाला ने मांग की कि पेपर लीक घोटाले की स्वतंत्र न्यायिक जांच करवाने के साथ-साथ मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर व सी.बी.एस.ई. चेयरपर्सन अनिता करवल को अपनी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पदों से त्याग पत्र दे देना चाहिए।