Edited By Updated: 08 Nov, 2016 09:29 PM
इनलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कहा कि प्रदेश की सरकार का नियंत्रण चुने हुए नुमाइंदों की बजाय प्रशासनिक अधिकारियों के पास है और सरकार की हालत को देखकर लोग इसे खट्टर सरकार...
लोहारू (गुलशन पोपली): इनलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कहा कि प्रदेश की सरकार का नियंत्रण चुने हुए नुमाइंदों की बजाय प्रशासनिक अधिकारियों के पास है और सरकार की हालत को देखकर लोग इसे खट्टर सरकार की जगह खटारा सरकार कहने लगे हैं। चौटाला लोहारू हलके के गरवां गांव में एक विवाह समारोह में शिरकत करने के बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे। बामला के पूर्व सूबेदार रामकिशन की अात्महत्या के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सु. रामकिशन ने देश के पूर्व सैनिको के हितों लिए बलिदान किया है इसलिए प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूर्व सूबेदार रामकिशन की शहादत पर जहां कांग्रेस ने घटिया राजनीति की तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वन रेंक वन पेंशन की घोषणा भी खोखली साबित हुई है। भाजपा शहीद रामकिशन को कभी कांग्रेस का एजेंट तो कभी साथियों द्वारा आत्महत्या को मजबूर करने का बयान दे रही है। शहीद रामकिशन अपने लिए नहीं देश के लाखों पूर्व सैनिक व उनके आश्रितों के लिए अपने प्राण न्यौछावर किये हैं। इनलो उनकी शहादत को सलाम करती है।
दिग्विजय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वन रेंक फाइव पेंशन तो लागू किया। वन रेंक वन पेंशन लागू किया होता तो पूर्व सैनिकों आंदोलन करने की जरूरत नहीं पड़ती। मोदी जी को रेवाड़ी रैली के मुताबिक पूर्व सैनिकों के सम्मान में अपनी घोषणा पर पूरा अमल करना चाहिए था। इनलो नेता ने कहा कि स्वर्ण जयंती के नाम पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अपने लोगों के हित में 1700 करोड़ रूपए खर्च करने वाली सरकार 200 करोड़ रूपए वन रैंक वन पैंशन पर खर्च नहीं कर सकती।
दिग्विजय ने प्रदेश की मौजूदा सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि अब तक की सबसे कमजोर सरकार है। प्रदेश सरकार डीसी व एसपी चला रहे हैं जो कि लोकतंत्र के लिए घातक है। प्रदेश में कानून व्यवस्था पंगु बनी हुई है और सरकार के नुमाइंदे हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। जेएनयु के लापता छात्र के बारे में पूछने पर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इनसो ने सदा छात्रों के हितों की वकालत की है और हम इस मामले में जेएनयु के छात्रों के साथ है।