Edited By Punjab Kesari, Updated: 08 Nov, 2017 10:44 PM
गुरुग्राम स्थित रेयान स्कूल में हुए प्रद्युम्न हत्याकांड में जांच के लिए उसी स्कूल 11वीं क्लास के छात्र को मंगलवार की रात सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद सीबीआई ने उससे पूछताछ की और आज यानि बुधवार को कुछ ऐसे तथ्य पेश किए जिससे यह सवाल उठता...
गुरुग्राम(ब्यूरो): गुरुग्राम स्थित रेयान स्कूल में हुए प्रद्युम्न हत्याकांड में नया मोड आ गया और इसका कारण सीबीआई द्वारा जांच के लिए उसी स्कूल 11वीं क्लास के छात्र को मंगलवार की रात सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया जाना है। जिसके बाद सीबीआई ने उससे पूछताछ की और आज यानि बुधवार को कुछ ऐसे तथ्य पेश किए जिससे यह सवाल उठता है कि क्या हरियाणा पुलिस द्वारा की गई जांच बिल्कुल गलत थी?
सीबीआई को कब सौंपा गया मामला
प्रद्युमन के माता-पिता ने सरकार से हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की थी। क्योंकि हरियाणा पुलिस की जांच प्रद्युमन का परिवार संतुष्ट नहीं था, उनका मानना था कि प्रद्युमन का हत्यारा कोई और ही है जिसे छिपाने की कोशिश की जा रही है। जिसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 15 सितंबर को मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। सीबीआई ने 22 सितंबर को मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
क्या फर्क है पुलिस और सीबीआई की जांच में?
अपराधी
हरियाणा पुलिस ने अपराधी के तौर पर बस कंडक्टर को गिरफ्तार किया। वहीं सीआईडी ने अपराधी के तौर पर 11वीं के छात्र को अरेस्ट किया है।
अपराध का कारण
हरियाणा पुलिस के मुताबिक, अपराधी बॉथरूम में गलत काम कर रहा था, जिसे प्रद्युमन ने देख लिया था और यही बात छुपाने के लिए उसकी हत्या की गई। सीबीआई का कहना है, छात्र ने प्रद्युमन की हत्या इसलिए की क्योंकि वह नहीं चाहता है था कि उसके पीटीएम यानि परिजनों की अध्यापक की मीटिंग और न परीक्षा हो। सीबीआई ने यह भी दावा किया है कि छात्र के दोस्तों को भी इस बात की जानकारी थी।
घटना में इस्तेमाल औजार
हरियाणा पुलिस ने सबूत के तौर पर चाकू बरामद किया था। पुलिस के मुताबिक, कंडक्टर गंदे चाकू को साफ करने के लिए बॉथरूम में गया था। जबकि इस चाकू के बारे मेें सीबीआई का कहना है कि, छात्र ने यह चाकू एक दिन पहले खरीदा था।
आरोपी की पहचान
हरियाणा पुलिस ने आरोपी को जिस सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया था। उसी फुटेज के आधार पर सीबीआई ने आरोपी छात्र को आरोपी माना है।
आपको बता दें हरियाणा पुलिस ने अपनी जांच में स्कूल की बस के कंडक्टर अशोक को आरोपी माना था। मात्र एक सप्ताह की जांच में पुलिस ने आरोपी कंडक्टर से अपराध भी कबूल करवा लिया। लेकिन जब मामला सीबीआई के हाथ आया तो सीबीआई ने अरेस्ट किए छात्र को अपराधी बता रही है और सीबीआई ने भी दावा किया है कि छात्र ने अपराध का कबूला है।