Edited By Punjab Kesari, Updated: 22 Jul, 2017 12:05 PM
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा प्रदेश में शुरू की गई किसान पंचायतों का सिलसिला लगातार जारी है और वे इन पंचायतों के जरिए अपनी सियासी ताकत दिखा
सिरसा(संजय अरोड़ा):पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा प्रदेश में शुरू की गई किसान पंचायतों का सिलसिला लगातार जारी है और वे इन पंचायतों के जरिए अपनी सियासी ताकत दिखा रहे हैं। 22 जुलाई को वे मेवात क्षेत्र के नूंह में किसान पंचायत को संबोधित करेंगे।
उल्लेखनीय है कि हुड्डा ने 17 जून को हरियाणा की ऐतिहासिक व धार्मिक नगरी कुरुक्षेत्र से इन पंचायतों की शुरूआत की थी और सिरसा व जींद की बैठकों ने उनके समर्थकों के जोश में नया संचार पैदा किया है। इन दोनों ही बैठकों में आयोजकों की उम्मीद से अधिक भीड़ जुटना हुड्डा समर्थकों में खासा उत्साह पैदा कर गया है। हुड्डा ने राजनीतिक राजधानी कहे जाने वाले जिला जींद की धरती पर किसान पंचायत के बैनर तले की गई बैठक में अपनी सियासी ताकत दिखाने के बाद अब प्रदेश के शेष बचे जिलों में ऐसी ही पंचायतों के जरिए शक्ति प्रदर्शन की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। इन पंचायतों के जरिए हुड्डा भाजपा सरकार के साथ-साथ अपनी ही पार्टी में बैठे अपने विरोधियों को यह दिखाने का प्रयास भी कर रहे हैं कि आज भी प्रदेश के लोगों का समर्थन उनके साथ है और वहीं हरियाणा में कांग्रेस को एक बार फिर से सत्ता में ला सकते हैं।
नूंह के बाद करनाल व दादरी में करेंगे बैठकें
जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा 22 जुलाई को मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र नूंह व 23 जुलाई को जी.एस.टी. के विरोध में करनाल में अपने कार्यकर्त्ताओं व व्यापारियों की बैठकों को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे दादरी व भिवानी जिलों में किसानों व मजदूरों की बैठकों को संबोधित करेंगे।