Edited By Punjab Kesari, Updated: 19 Oct, 2017 12:55 PM
जहां पूरा देश दीपावली के जश्न में डूबा है वहीं करनाल के निर्मल धाम के वृद्ध आश्रम में रह रही मांएं अपने बच्चों का इंतजार कर रही हैं कि कब इनके बच्चे उनसे मिलने आए। निर्मल धाम के वृद्ध आश्रम में रहने वाली किसी मां का बेटा विदेश में है, कोई डॉक्टर तो...
करनाल(कमल मिड्ढा): जहां पूरा देश दीपावली के जश्न में डूबा है वहीं करनाल के निर्मल धाम के वृद्ध आश्रम में रह रही मांएं अपने बच्चों का इंतजार कर रही हैं कि कब इनके बच्चे उनसे मिलने आए। निर्मल धाम के वृद्ध आश्रम में रहने वाली किसी मां का बेटा विदेश में है, कोई डॉक्टर तो कोई ऊंचे पद पर है। बच्चों ने अपनी बजुर्ग मां को उस वक्त वृद्ध आश्रम में छोड़ा जिस वक्त उनकी माताओं को उनकी जरूरत थी। आश्रम में रहने वाली माताअों के लिए कोई त्यौहार अब मायने नहीं रखता है।
वृद्ध आश्रम में वृद्ध माताअों को हर तरह की सुख सुविधा और एक अच्छा माहौल मिलता है लेकिन समय-समय पर हर त्यौहार पर उन्हें अपने उन बच्चों की याद आती है। जिन बच्चों को कामयाब बनाने के लिए जिन्होंने अपना सारा जीवन लगा दिया वे शायद कुछ ज्यादा ही कामयाब हो गए और अपनी माताअों को वृद्ध आश्रम में रहने को मजबूर कर दिया।