Edited By Updated: 28 Feb, 2017 12:56 PM
नारायणगढ़ के पूर्व विधायक एवं मुख्य संसदीय सचिव रहे राम किशन गुर्जर की मुश्किलें बढ़ चुकी हैं।
अंबाला (कमल प्रीत):नारायणगढ़ के पूर्व विधायक एवं मुख्य संसदीय सचिव रहे राम किशन गुर्जर की मुश्किलें बढ़ चुकी हैं। पत्रकार पंकज खन्ना आत्महत्या प्रकरण में गुर्जर सहित 3 लोगों को कोर्ट ने दोषी करार दे दिया है। 2 मार्च को सजा दोषियों को सजा सुनाई जाएगी। फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
आपको बता दें कि 10 जून 2009 को नारायणगढ़ निवासी पंकज खन्ना ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली थी। दम तोड़ने से पहले उसने एक सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें उसने पूर्व विधायक राम किशन गुर्जर उनके सहयोगी मेकी लाला और अजीत अग्रवाल को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया था। नारायणगढ़ पुलिस ने सुसाइड नोट और यशपाल खन्ना की शिकायत के आधार पर मैकी लाला, अजीत अग्रवाल के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया था। पुलिस ने राम किशन गुर्जर को खाना नंबर-2 में रखा था।
वर्ष 2012 में शिकायतकर्ता एंव मृतक के पिता यशपाल खन्ना की मौत हो गई थी। जिसका फायदा राम किशन गुर्जर को सुप्रीम कोर्ट से मिला था। पहले इकलौता भाई और बाद में पिता की मौत से हताश होने के बावजूद बहन प्रीति खन्ना ने हार नहीं मानी। प्रीति ने चुनौतियों का सामना किया और राम किशन गुर्जर के खिलाफ लड़ाई जारी रखी। वर्ष 2009 में भाई पंकज की मौत का उसका कैरियर पर असर पड़ा। पिछले सात साल से वह इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ी।