Edited By Punjab Kesari, Updated: 05 Nov, 2017 12:19 PM
जाट आंदोलन की घोषणा दिसंबर महीने में फिर से हो सकती है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के झज्जर जिला प्रधान जितेंद्र धनखड़ ने इस बात के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल 26 नवम्बर की जाट महारैली में जनसंपर्क अभियान चलाया हुआ है। धनखड़ ने...
बहादुरगढ़(प्रवीण धनखड़): जाट आंदोलन की घोषणा दिसंबर महीने में फिर से हो सकती है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के झज्जर जिला प्रधान जितेंद्र धनखड़ ने इस बात के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल 26 नवम्बर की जाट महारैली में जनसंपर्क अभियान चलाया हुआ है। धनखड़ ने बहादुरगढ़ के दर्जन भर गांवों में घर-घर जाकर लोगों को रैली का न्यौता भी दिया है। उन्होंने बताया कि 26 नवम्बर को रोहतक के जसिया में दीनबन्धु प्रतियोगी परीक्षा और कौशल विकास केंद्र की नींव रखी जाएगी।
रैली में फिल्मी हस्तियां भी होंगी शामिल
इस दौरान आयोजित रैली में फिल्मी सितारे धर्मेन्द्र, हेमामालिनी, रणदीप हुडा, क्रिकेटर विरेंद्र सहवाग,बॉक्सर बिजेन्द्र और पहलवान सुशील समेत मनोरंजन, खेल और उद्योग जगत की जानीमानी हस्तियां भाग लेंगी। दीनबन्धु प्रतियोगी परीक्षा और कौशल विकास केंद्र के लिए 16 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री भी करवा ली गई है और करीब 20 एकड़ में कौशल विकास केंद्र की नींव रखी जाएगी ताकि समाज के बच्चे प्रतियोगी परिक्षाओं में अव्वल आ सकें।
6 में से केवल 2 मांगें हुई पूरी
जितेन्द्र धनखड़ ने बताया कि आरक्षण आंदोलन के दौरान सरकार से 6 मांगों पर सहमति बनी थी। इनमें से मुआवजा और नौकरियों की मांग पूरी हुई है। उन्होंने बताया कि मुकद्दमें वापसी के लिए भी सरकार ने काम शुरू किया था। उनसे भी करीब 76 मुकद्दमों की वापसी को लेकर पत्र व्यवहार हुआ था लेकिन उसके बाद उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने कहा कि समाज में इस बात को लेकर रोष है कि सरकार केस वापसी और आरक्षण देने का वादा पूरा नहीं कर रही है।
मलिक करेंगे आगे की रणनीति का खुलासा
उन्होंने बताया कि 26 नवम्बर की जाट महारैली में मंच से अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक आंदोलन के दौरान हुए समझौते की प्रगति रिपोर्ट भी रखकर आगे की रणनीति का खुलासा भी करेंगें। अगर इस बीच सरकार ने कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया तो दिसम्बर के पहले हफ्ते में बैठक कर आंदोलन की रणनीति का एेलान किया जाएगा।