Edited By Updated: 20 Jan, 2017 09:36 AM
पिछले साल हुए जाट आरक्षण आंदोलन में हिंसा के दौरान ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप में हरियाणा सरकार ने 10 HPS व 1 IPS अधिकारी को निलंबित
चंडीगढ़:पिछले साल हुए जाट आरक्षण आंदोलन में हिंसा के दौरान ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप में हरियाणा सरकार ने 10 HPS व 1 IPS अधिकारी को निलंबित किया है। मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में फिर से जाट आंदोलन की सुगबुगाहट चल रही है। जाटों ने 29 जनवरी से आंदोलन की चेतावनी दी है। इस बार सरकार सुरक्षा को लेकर कोई कोताही नहीं बरतना चाहती। सरकार ने पिछले दिनों कुछ अफसरों को बहाल करने का मन बना लिया है, जिसके तहत हरियाणा के गृहसचिव रामनिवास ने कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन में ड्यूटी में कोताही बरतने पर 10 HPS और 1 आई.पी.एस. अधिकारी को निलंबित किया गया है।
गौरतलब है कि जाट आंदोलन 14 फरवरी 2016 में हुआ। जाट समुदाय के लोगों ने रोहतक के सांपला में एक रैली के बाद हाईवे और रेल ट्रैक जाम कर दिया था। जाटों ने सांपला में नेशनल हाईवे नंबर-10 और इस्माइला गांव में रेल ट्रैक जाम कर दिया और टैंट गाड़ कर आर-पार की लड़ाई का बिगुल फूंक दिया। जाट समुदाय का आंदोलन जो अब तक कहीं थमा हुआ था इसी दिन अचानक हिंसक रूप धारण कर गया। रोहतक बार काउंसिल के जाट समुदाय से जुड़े वकील सेशन कोर्ट के बाहर धरने पर बैठे थे। तभी 35 बनाम एक बिरादरी का नारा देने वाले कुछ लोग हाथों में तख्तियां लिए वहां पहुंच गए और देखते ही देखते दोनों पक्षों में एेसी झड़प हुई जिसने पूरे हरियाणा के साथ-साथ देश को हिला कर रख दिया।