Edited By Punjab Kesari, Updated: 16 Jan, 2018 06:17 PM
बहादुरगढ़ में करीब 100 करोड़ रुपए की नगर परिषद और लोक निर्माण विभाग की जमीन पर कब्जे के मामले में आरोप लगने के बाद नगर परिषद की चेयरपर्सन शीला राठी पहली बार सामने आई है। शीला राठी ने कहा कि उनका इस जमीन से कोई लेना-देना नहीं है। बल्कि उन्होंने तो...
बहादुरगढ़(प्रवीण धनखड़): बहादुरगढ़ में करीब 100 करोड़ रुपए की नगर परिषद और लोक निर्माण विभाग की जमीन पर कब्जे के मामले में आरोप लगने के बाद नगर परिषद की चेयरपर्सन शीला राठी पहली बार सामने आई है। शीला राठी ने कहा कि उनका इस जमीन से कोई लेना-देना नहीं है। बल्कि उन्होंने तो स्वयं अधिकारियों से कहकर तहसीलदार को जमीन की पहचान करने के लिए पत्र लिखवाया है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। साथ ही शीला राठी ने यह भी कहा कि अब नगर परिषद पूरे बहादुरगढ़ शहर में अपनी जमीन को चिन्हित करवाएगी। इस जमीन से कब्जाधारियों को हटाया जाएगा। करोड़ों रुपए की बेशकीमती जमीनों को ऐसे ही घोटालेबाजों के हाथों में नहीं जाने दिया जाएगा।
जानकतारी के अनुसार बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक नफे सिंह राठी ने करीब 100 करोड़ रुपए की सरकारी जमीन पर नगर परिषद द्वारा नक्शे पास करने के आरोप लगाए थे। राठी पहले ही इस जमीन को छुड़वाने के लिए सीएम विंडो समेत करीब 18 जगह शिकायत कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद कोई भी समाधान नहीं निकला। उनका कहना है कि अब वह इस मामले को लेकर 19 जनवरी को प्रदर्शन करने जा रहे हैं। उन्होंने बीजेपी विधायक नरेश कौशिक, मनोनीत पार्षद अशोक गुप्ता और शीला राठी पर इस जमीन को कब्जाने के आरोप लगाए हैं।
जिस पर अब चेयरपर्सन के बेटे संदीप राठी ने पूर्व विधायक नफे सिंह राठी पर राजनीतिक उल्लू सीधा करने के लिए उन पर आरोप लगाने की बात कही है। साथ ही उन्हें ओछी राजनीति नहीं करने की सलाह भी दी है।