Edited By Punjab Kesari, Updated: 25 Sep, 2017 01:07 PM
कांग्रेस हाईकमान ने अब मान लिया है कि हरियाणा सहित करीब 6 राज्य ऐसे हैं जहां सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा...
कैथल (पराशर):कांग्रेस हाईकमान ने अब मान लिया है कि हरियाणा सहित करीब 6 राज्य ऐसे हैं जहां सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा, इसलिए यह तय है कि इसी सप्ताह पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के विदेश दौरे से लौटते ही पार्टी प्रदेशाध्यक्षों को तबदील करेगी। हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष की सीट अन्य राज्यों के मुकाबले काफी हॉट मानी जा रही है क्योंकि लम्बे अरसे से अशोक तंवर व पूर्व सी.एम. भूपेंद्र हुड्डा के बीच प्रबल हुआ 36 का आंकड़ा पार्टी नेतृत्व के लिए सिरदर्द बना हुआ है। समझा जा रहा है कि इसका हल एक ऐसे नेता की नियुक्ति से हो सकता है जो दोनों गुटों को स्वीकार्य हो। सूत्रों के अनुसार आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत, भीतरी कलह से जूझने की कवायद से निपटने व जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए नए अध्यक्ष की च्वॉइस की जाएगी।
सोनियां व राहुल के करीबी दलित नेता कुमारी शैलजा उस स्थिति में यह पद पाने में कामयाब हो सकती हैं जब पार्टी यह तय कर लेगी कि प्रदेशाध्यक्ष का पद किसी दलित को ही देना है। इस सूरत में हुड्डा की च्वाइस पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ही होंगी क्योंकि वे लगातार 3 प्लान से विधायक हैं तथा अच्छी वक्ता हैं। यदि यह पद गैर-दलित को दिया जाएगा तो उस स्थिति में नेताओं की लम्बी सूची पर मंथन करना होगा। इन हालात में हुड्डा की पसंद हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप शर्मा होंगे क्योंकि कांग्रेस पार्टी हर हाल में यह चाहेगी की जाट और नॉन जाट के मतों के धु्रवीकरण में ब्राह्मण मतदाता का हमेशा ही अहम रोल पार्टी के लिए लाभकारी रहा है। जहां तक अन्य राज्यों का प्रश्न है उनमें बिहार का नाम सबसे ऊपर आता है क्योंकि कांग्रेस पार्टी में विभाजन को टालने के लिए स्वयं राहुल गांधी ने पिछले दिनों बिहार के 27 विधायकों को दिल्ली बुलाकर सीधी बात का न्यौता दिया था लेकिन उनसे मिलने केवल 17 ही पहुंचे।
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष भी उन 10 विधायकों में शामिल रहे जिन्होंने पार्टी उपाध्यक्ष के बुलावे को नजरअंदाज किया। इसी क्रम में मध्यपद्रेश, झारखंड, महाराष्ट्र, गोवा, अरूणाचल प्रदेश व हिमाचल में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। मध्यप्रदेश में सांसद कमलनाथ या पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को कमान सौंपी जा सकती है। हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पहले ही पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खु को हटाने की मांग कर चुके हैं।